बाल सुधार गृह के बंदियों ने सीबीएसई में रचा इतिहास, सभी 8 बंदियों ने परीक्षा की पास
उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर के राजकीय संप्रेक्षण गृह, यानी किशोर बंदीगृह में आज जश्न का माहौल देखने को मिला है। मंगलवार को सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के नतीजे जारी हुए, और इसी के साथ इन बंदियों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है, संप्रेक्षण गृह में विभिन्न मुकदमों में निरुद्ध कुल 60 किशोर बंदियों में से 8 किशोर ऐसे थे, जिन्होंने इस वर्ष सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा दी थी। खास बात यह रही कि इन सभी ने परीक्षा न सिर्फ पास की, बल्कि अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होकर खुद को साबित भी किया है। संप्रेक्षण गृह के अधीक्षक रमेश यादव ने बताया कि किशोर बंदी गृह में शिक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है। इन बच्चों को बेहतर वातावरण, नियमित कक्षाएं और मार्गदर्शन दिया जाता है। रमेश यादव के मुताबिक, यह उपलब्धि इस प्रयास का ही परिणाम है, और इन किशोरों ने यह दिखा दिया है कि सही दिशा मिले तो हर अंधेरा छँट सकता है। वाकई, ये बच्चे समाज को एक अहम संदेश दे रहे हैं कि गलती करना जीवन का अंत नहीं, बल्कि सुधार का एक मौका हो सकता है। आज इन किशोरों की मेहनत और हौसले ने न केवल उन्हें खुद पर गर्व करने का मौका दिया है, बल्कि पूरे समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बदलाव संभव है अगर मौका मिले, तो हर कोई सुधार सकता है।