पत्नी को गोद में लिए इलाज के लिए भटकता रहा 74 वर्षीय वृद्ध
इटावा के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संयुक्त चिकित्सालय में स्वास्थ्य विभाग की संवेदनहीनता का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक 70 वर्षीय वृद्ध अपनी बीमार पत्नी को गोद में लेकर अस्पताल में इलाज के लिए भटकता रहा, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उसे स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं कराया।
वृद्ध जगदीश कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी को पेट में दर्द और दस्त थे, लेकिन सीएससी से उन्हें पर्चा पकड़ा कर भगा दिया गया। इसके बाद वह अपनी पत्नी को गोद में लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण उन्हें अपनी पत्नी को गोद में लेकर ही इमरजेंसी के गेट पर बैठना पड़ा।
हैरानी की बात है कि अस्पताल कर्मियों को वृद्ध दंपत्ति की हालत देखकर भी तरस नहीं आया। इससे साफ होता है कि स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाएं कितनी लचीली हैं। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक के दावों की धज्जियां इटावा में खुलेआम उड़ रही हैं।