पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरे देश की जनता में रोष है। जिसको लेकर आज भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर में स्थित अपने निवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान का पानी रोकने के लिए सरकार को अगर मिट्टी की जरूरत पड़ेगी तो हम लोग भी ट्रैक्टर में मिट्टी लेकर वहां जाएंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि पहलगाम की घटना दुखद है जिससे पूरे देश में रोष है और सबको उम्मीद है कि सरकार कोई ना कोई बड़ा फैसला जरूर लगी क्योंकि जिस तरह टूरिस्ट पर हमला हुआ है उसके चलते कश्मीर के लोग बर्बाद हुए हैं वहां का पूरा टूरिज्म सिस्टम खत्म हो गया है।
राकेश टिकैत की माने तो पहलगाम की दुखद घटना है पूरे देश को रोष है और सबको उम्मीद यह है कि सरकार कोई ना कोई टाइट फैसला ले क्योंकि जिस तरह टूरिस्ट पर हमला हुआ हुआ है जिस तरह से कश्मीर के लोग बर्बाद हुए हैं वहां उनका पूरा टूरिज्म सिस्टम खत्म हो गया है तो इस पर पूरा शख्त फैसला लेना चाहिए अमरनाथ यात्रा से वहां के लोगों का नुकसान होगा और उस पर सुरक्षा बहुत रहती है उस पर पहले हमले हुए हैं इस तरह के लेकिन सरकार अब बहुत सतर्क है मिलिट्री बहुत सतर्क है और चप्पे चप्पे पर हमारी मिलिट्री रहती है तो कोई दिक्कत अमरनाथ यात्रा में नहीं है मिट्टी डाल देंगे भाई मिट्टी लेकर वहा चलने की बात हिगी मिट्टी लेकर चलेंगे अगर पानी रोकने की बात होगी तो मिट्टी की जरूरत पड़ेगी मिट्टी डाल देंगे तो सरकार को फ्री में मिट्टी देंगे देखो जो ट्रैक्टर वहां दिल्ली में गया वहीं ट्रैक्टर वहां जरूर चला जायेगा मिट्टी लेकर जानी है वो लेकर चलेंगे देखो सरकार के साथ में पूरा देश है सरकार जो फैसला ले बाहरी फैसले सरकार लेती है फैसले ले उसके साथ में पूरा देश है
भाई अलग-अलग तरह के क्वेश्चन अगर उनसे पूछोगे 20 तरह के क्वेश्चन करोगे और उसी में से काट कर बात करोगे तो हो सकता है कि कह दी हो कोई चीज और जिस तरह से बवंडर पूरा मचाया है क्या 750 सौ किसान शहीद हुए कभी किसी ने सरकार ने या किसी पत्रकार ने यह कहा हो कि नहीं यह गलत हुआ है एक बयान किसी का नहीं आया तो जाना चाहिए तो जाना चाहिए जो सरकार का फैसला है उसका स्वागत करना चाहिए भाई जो यहां का है नहीं वहां का है तो वे यहां क्या कर रहे हैं उनको भेजो सबको भाई जो यहां पर रह रहे बाहर के लोग उनको सबको चिन्हित करके भेजना चाहिए बहार उस विचारधारा को खत्म करना पड़ेगा हम भी कश्मीर में गए हम तीन चार बार कश्मीर में गए गलत विचारधारा के दो तीन पांच परसेंट लोग हैं और सब 95 पर्सेंट लोग सही विचारधारा के हैं जो अमन चैन से रहना चाहते हैं लेकिन वो डरा धमका कर उनसे गलत बयान बाजी करवाते हैं पत्थर बाजी करवाते हैं लेकिन मिलिट्री ने वहां पर बहुत काबू कर लिया है अब वह उस चीज से बहुत खुश हैं की मिलिट्री यहां पर आकर हमको एक किस्म से आजादी यहां पर मिली हुई है यह तो सारी चीज गलत है जब भी तो देश में गुस्सा है बड़ा एक्शन के लिए तो सरकार लग रही होगी अब अपने काम पर वह न जनता को बताएगी न पब्लिक प्लेटफॉर्म पर आना चाहिए सरकार कोई काम करेगी तो पब्लिक प्लेटफॉर्म पर थोड़े ही कोई आएगा की जो यह बताएंगे कि वह सतर्क हो जाएंगे लोग भाई कोई मिलेगा तो वह भी मारे जाएंगे जैसे यहां योगी जी करते हैं जैसे कोई हरकत करता है कोई तो 5-7 घंटे में उसका इलाज हो जाता है ऐसा कोई मिलेगा तो उसका भी इलाज होगा अब जब कोई मिल नहीं रहा कहां उनका कहा इलाज करें क्या फायदा भाई किसको फायदा हुआ किसको नुकसान हुआ यह 4:00 बजे तक जो क्वेश्चन करना सारे कर लो यह 4:00 बजे ब्लैकलिस्टेड हो जाएगा यह भाई जिसका जो काम है वह वही तो करेगा उनका काम रैली का है तो रैली करेंगे वे हां रेली भी करनी चाहिए भाई प्रधानमंत्री हैं वहां इलेक्शन है तो इलेक्शन भी जरूरी है मिलनी चाहिए आर्थिक मदद भी ₹50 लाख हरियाणा सरकार ने नरवाल को दिया है लेकिन यह कम है क्योंकि वह अकेला लड़का था उनकी ज्यादा मदद होनी चाहिए।