-हरदोई पहुंचे चद्रशेखर आजाद रावण ने कहा अब्दुल्ला आजम की लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ेंगे
हरदोई के जिला कारागार में बन्द अब्दुल्ला आजम से मिले चन्द्रशेखर आजाद रावण
कहाकि उनके परिवार को वह अकेला नही छोड़ेंगे उनका पूरा परिवार हमारा परिवार
कहाकि जब मौका मिलेगा ताकत बढ़ेगी फर्जी मुक़दमो की जांच कराई जाएगी
अब्दुल्ला आजम उनका छोटा भाई वह अपने छोटे भाई से मिलने आये
-कहाकि वह बटेंगे तो कटेंगे की बात करते है पर हम पढ़ेंगे तो बढ़ेंगे की बात करते है
नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष है चंद्रशेखर आजाद रावण
हरदोई पहुंचे आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष व नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण ने हरदोई की जेल में बंद पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम से मुलाक़ात की और कहा कि आजम खान परिवार से उनका है पारिवारिक रिश्ता उनके साथ जो जुल्म किया जा रहा सत्ता बदलने पर इसका हिसाब किया जाएगा वह सपा नेता से नही अपने छोटे भाई से मिलने आये है।हरदोई जिला जेल में बंद पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम से मिलने पहुंचे सांसद चंद्रशेखर, मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत की।
पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि इस मुलाकात के कोई राजनीतिक मायने नहीं है।आज़म परिवार से हमारा पारिवारिक रिश्ता है, आसपा चीफ चंद्रशेखर ने कहा कि मेरा भाई बहुत मजबूत है, इतने बड़े राजनीतिक घराने पर जो जुल्म किया जा रहा है इससे अफसोस होता है, हम साथ में है और सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेंगे, साथ ही सरकार बदलने पर इसका हिसाब किया जाएगा, चंद्रशेखर ने कहा कि ये बटेंगे तो कटेंगे की बात करते है लेकिन हम पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे की बात करते हैं।कहाकि जब भी मैं किसी तकलीफ में रहा आजम भाई का और इस पूरे परिवार का सहयोग मुझे हमेशा मिला और आज मैं उसी रिश्ते को और मजबूत करने और अपने छोटे भाई से मिलने यहां आया था यह जानने के लिए उनके क्या हाल है मुझे बहुत खुशी हुई कि मैं समझता था की जेल मैं है तो परेशान होंगे लेकिन जिस ताजगी के साथ मुलाकात हुई इससे यह पता लगता है कि वह बहादुर आदमी अपनी लड़ाई को लड़ रहे हैं और जो हालात है वह किसी से छिपे हुए नहीं है मैंने उनके मुकदमे को भी पढ़ा है ऑर्डर भी पड़े हैं किस तरह की चीजों में उनको सजा हुई है यह भी पढ़ा है मैं बस यह कहना चाहता हूं मीडिया के माध्यम से जिनका कहना चाहता हूं उनको चला जाएगा सड़क से लेकर और संसद तक हम इस लड़ाई को लड़ेंगे हम इस लड़ाई को अकेले नहीं छोड़ेंगे उनको पूरे परिवार को हमारा परिवार आज जी तकलीफ में है हमें इस बात का दुख है सत्ता में बैठे लोग सत्ता के अहंकार में उनका दमन कर रहे हैं और तमाम लोग इसका तमाशा देख रहे हैं यह भी इतिहास में लिखा जाएगा की जब एक परिवार को जिसने लंबे समय सेवा की उत्तर प्रदेश की कमजोरों की मजलूमों की आज अगर उसकी जरूरत है सब लोग उनके इस दर्द में शामिल नहीं हो रहे मुझे इस बात तकलीफ है और जिस तरह से फर्जी मुकदमे लगाकर और तमाम चीज वादी जब कह रहा है मेरा कोई नुकसान नहीं हुआ है सरकार कह रही है हमने कुछ खरीद नहीं है लेकिन फिर भी सजा सजा सजा रोज नए मुकदमे यह सब यह साबित करती है कि यह सरकार की देखरेख में हो रहा है जब मौका मिलेगा आगे ताकत बढ़ेगी इन सारे फर्जी मुकदमों की जांच कराई जाएगी और फर्जी मुकदमे करने वाले उन अधिकारी कर्मचारियों का विशेष ख्याल रखा जाएगा जिन्होंने यह सब चीजे इस अपराध को यह गैरकानूनी है एललीगल है तो यह अपराध है अपराध कारित करने सरकार ने मदद की।
उन्होंने कहाकि परेशान साथी के साथ परेशान साथी खड़ा हुआ है एक वह जो जुल्म सह रहा है और एक वह जिसके ऊपर जुल्म हुआ है गोली उत्तर प्रदेश में किसी और पर चली है क्या आपको शायद पता नहीं है लगातार परिवार के जरिए मेरी बात चीत होती है उनके साथी जो यहां थे उनके जरिए मैं इसको पॉलिटिकल नहीं बनना चाहता था इसीलिए लेकिन अब मेरे पास ऐसे इनपुट थे कि अब ज्यादा मेरे भाई कि मेरी जरूरत है ऐसे समय पर मेरा चुनाव में घूमने या और सबसे बाद में मैंने उनको लिया और मेरे मन था कि पहले उनसे मिलकर मैं उनके हालात को जानू।उन्होंने कहाकि वह मेरे साथ है मैं फिर कह रहा हूं क्या आपके पिता आपके माता आपके साथ नहीं है वह मेरे बड़े भाइ है वो मेरे साथ है और यह मेरे छोटे भाई हैं ये भी मेरे साथ हैं यह आप मीडिया के बंधुओं का काम है सूत्र ढूंढना आप लोग निकालो अपनी तरफ से मैं अपनी बात स्पष्ट कर चुका हूं और राजनीतिक लाभ की वह होती या तो फिर मैं सीधे आजम भाई से मिलने जाता लेकिन जहां जरूरत थी वहां हम आ गए बहुत जल्द आपको मैं फिर कहता हूं यह जो बादल है काले बादल भी हटेंगे यह जो घनघोर बादल मुसिबतो के यह भी हटेंगे और एक दिन सवेरा भी आएगा और फिर से उतनी ताकत मिलेगी जिस ताकत के लिए हम लोग प्रयास कर रहे हैं।उन्होंने कहाकि आपको क्या लगता है एक एक बहादुर आदमी क्या कभी अपनी तकलीफों को बयां करता है उसके चेहरे पर उसने मुझसे कहा कि मैंने अखबार पढ़ना छोड़ दिया उसने मुझसे कहा कि मैं परिवार के लोगों से कहा यहाँ मुलाकात करने मत आना क्योंकि मैं जिस लड़ाई में हूं अन्य खिलाफ उसमें कोई भी कीमत चुकानी पड़े मैं पीछे नहीं हठ सकता हूँ और उन्होंने कहा अगर नए मुकदमे जिस तरह से लग रहे हैं सरकार उन पर दया कर रही है यह मुकदमे लग जाए मैं हर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हूं अपने लोगों के लिए जो लड़ाई हमारी चली आ रही है लंबे समय से वह जारी रहेगी उससे पीछे नहीं हटेंगे।