सपा नेत्री एकता कौशिक ने रामपुर अदालत में हुई हाज़िर, अदालत से मिली अग्रिम जमानत में पेश किए 50-50 हज़ार के दो जमानती।
आज़म खान की करीबी सपा नेत्री हैं रामपुर में हुए किताब चोरी मामले में आरोपी
सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान की बेहद करीबी और सपा नेत्री एकता कौशिक के लिए राहत की खबर है रामपुर की एमपी एमएलए विशेष अदालत मजिस्ट्रेट ट्रायल ने उनको जमानत दे दी है मामला दरअसल सपा सरकार में रामपुर के ओरिएंटल कॉलेज मदरसा आलिया से किताब चोरी का है जिसमें आजम खान सहित कुल 12 लोग आरोपी हैं इनमें से एक आरोपी सलीम कासिम की मृत्यु हो चुकी है शेष सभी की अदालत से जमानत हो चुकी है केवल एकता कौशिक जमानत से शेष रह गई थी।
रामपुर एमपी एमएलए विशेष अदालत मजिस्ट्रेट ट्रायल में हाजिर हुई एकता कौशिक ने अपने वकीलों द्वारा जमानत की अर्जी लगाई थी जिस पर आदेश करते हुए अदालत ने 50-50 हज़ार के दो जमानती के साथ अग्रिम जमानत दिए जाने के आदेश दिए।
रामपुर में नवाबी दौर का मदरसा आलिया जो की ओरिएंटल कॉलेज के नाम से विश्व भर में प्रसिद्ध रहा है अरबी और फारसी की शिक्षा का एक बड़ा केंद्र था और इसमें बेहद बेशकीमती किताबें वा पांडुलिपियों थी जिनका कथित रूप से समाजवादी पार्टी की सरकार में गायब कर दिया गया था उनकी चोरी का मामला प्रदेश में सत्ता पलट के बाद भाजपा सरकार आने पर चोरी का मामला 16 जून 2019 को दर्ज हुआ था। आजम खान, अब्दुल्ला आज़म साहित 12 लोग इस मामले में आरोपी थे। इस मामले की विवेचना के दौरान एकता कौशिक का नाम पुलिस जांच में आया था।
कोर्ट से बाहर निकली एकता कौशिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा,, मुझे तो कुछ पता ही नहीं था कौन सा मुकदमा था और क्या हुआ लेकिन कोर्ट ने आदेश किया था तो मैं यहां आ गई हूं कोर्ट के आदेश पर और मुझे बैल मिल गई है मुझे इंसाफ मिल गया क्योंकि मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा था न्यायालय बिल्कुल सही करता है जो भी करता है।
यह पूछे जाने पर की एलिगेशन जो लगे थे क्या राजनीतिक दबाव पर लगे थे? इस पर एकता कौशिक ने कहा,, मैं इसके बारे में कुछ नहीं कहूंगी क्या हुआ कैसे हुआ बस मुझे इतना पता है कि मुझे इंसाफ मिला है और मैं आगे भी इंसाफ की उम्मीद करती हूं।
इस विषय पर एकता कौशिक के वकील नासिर सुल्तान ने मीडिया से बात करते हुए कहा,, देखिए एकता कौशिक जी आज आई थी उनके खिलाफ एक मामला किताब चोरी का दर्ज हुआ था सन 2019 में, पहले अज्ञात में दर्ज हुआ फिर बहुत से मुल्जिमो के इसमें नाम आए मोहम्मद आजम खान साहब का नाम आया उसके बाद अब्दुल्ला साहब का नाम आया सब लोगों के नाम आए कई लोगों के खिलाफ कई बार चार्ट शीट न्यायालय में आई और कुछ लोगों के खिलाफ विवेचना प्रचलित रही। जिसमें एकता कौशिक जी का नाम भी था उनके खिलाफ अभी विवेचना प्रचलित है पिछले दिनों उनके खिलाफ न्यायालय से विवेचक द्वारा वारंट लिया था उसके बाद फिर एंटीसिपेटरी बैल उनकी लगाई गई थी पिछले महीने की 19 सितंबर को माननीय न्यायाधीश एमपी एमएलए कोर्ट से उनकी जमानत मंजूर हुई थी जमानत मंजूर होने के बाद उसमें जमानती हमें दाखिल करने थे। अंडरटेकन माननीय अवर न्यायालय में देना था आज जमानती प्रस्तुत किए गए थे इसलिए यहां न्यायालय आई थी। इसमें 50-50 हजार रुपए के जमानती लगाए है इसमें अग्रिम जमानत मिल गई है।