राज्यसभा सांसद ने जिला चिकित्सालय का किया औचक निरीक्षण,मरीजो को रेफर करने पर लगाई फटकार
.चंदौली के जिला मुख्यालय स्थित पं कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल का राज्यसभा सांसद व भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दर्शना सिंह ने औचक निरीक्षण किया। मरीजों के रेफर करने की शिकायत पर महिला विभाग की चिकित्सकों को फटकार लगाते हुए रेफर मरीजों के डाटा को तलब किया। चिकित्सालय में साफ सफाई व जल निकासी की व्यवस्था को लेकर भी चिकित्सा अधीक्षक व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को तत्काल व्यवस्था ठीक करने के लिए भी निर्देशित किया। राज्यसभा सांसद ने इमरजेंसी व्यवस्था, सामान्य वार्ड ,महिला विभाग,नेत्र विभाग सहित कई विभागों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को ठीक करने का निर्देश दिया। राज्यसभा सांसद में मेडिकल कॉलेज होने के बाद चिकित्सकों की उपस्थिति को लेकर भी फटकार लगाई और आगे निरीक्षण में सभी व्यवस्था सही रहने की चेतावनी भी दिया।
चंदौली जिला मुख्यालय स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी का राज्यसभा सांसद व भाजपा की राष्ट्रीय महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष दर्शाना सिंह ने निरीक्षण किया और उन्होंने समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी व चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया।उन्होंने बताया कि दुर्व्यवस्था की मिल रही शिकायतों के मद्देनजर मैंने आज जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को मौके पर देखा।सांसद ने मुख्य चिकित्साधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को अस्पताल की व्यवस्थाओं को शीघ्र दुरुस्त करने का निर्देश दिया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने आकस्मिक चिकित्सा कक्ष,महिला विभाग, वार्ड,ओपीडी,पैथोलॉजी, दवा स्टोर व जन औषधीय केंद्र में जाकर मरीजों व तीमारदारों से बात कर उनको मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।महिला विभाग में रात में प्रसूताओं को चिकित्सक न होने की वजह से रेफर किये जाने पर फटकार लगाई और सीएमएस को महिला विभाग में 24 घंटे चिकित्सक की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सत्य प्रकाश व मुख्य चिकित्साधिकारी वाई के राय ने सांसद को एक माह के भीतर पानी निकासी की ठोस व्यवस्था करने का भरोसा दिलाया।
विदित हो कि जिला अस्पताल में बीते 20 दिनों से पानी लगने से मरीजों व तीमारदारों को बड़ी परेशानी हो रही थी।
मीडिया से वार्ता में प्रदेश में महिला अत्याचार के मामले बढ़ने के विपक्ष के आरोप को निराधार बताया और कहा कि महिला सुरक्षा व सशक्तिकरण के लिए सरकार के काम अपने आप में उदाहरण हैं।
जिसकी देश व विदेश में भी चर्चा होती है।विपक्ष का काम ही है इस तरह के आरोप लगाना।