अलीगढ़ थाना क्वार्सी पुलिस ने भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर शादी कराकर अगले दिन दुल्हन द्वारा दूल्हे के घर से जेवरात नगदी लेकर गायब हो जाने के मामले में अन्तर्राजीय लुटेरी दुल्हन गिरोह का खुलासा करते हुए तीन महिला सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ढाई लाख रुपए की नकदी, ज्वेलरी आदि सामान बरामद किया है। इसी क्रम में दो दिन पूर्व एक दुल्हन थाना क्षेत्र के सुरेंद्रनगर से भी नकदी जेवरात लेकर गायब हो गई थी, पुलिस घटना के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कर दो दिन पूर्व गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
थाना क्वार्सी में 18 तारीख को एक एफआईआर रजिस्टर हुई थी। जहां पर नवविवाहिता दुल्हन अपने घर से काफी जेवरात नगदी लेकर लापता हो गई थी। तो इसकी जांच पड़ताल की गई। स्पेशल टीम गठित की गई और अगले दिन टीम ने दो लोगो को पकड़ कर जेल भेज दिया था। उसके बाद से ही टीम पूरे गैंग का खुलासा करने में लगी हुई थी। कल इस पूरी कार्रवाई में बड़ी सफलता हासिल हुई है। जिसमें पुलिस टीम ने हरियाणा के पलवल सहित विभिन्न स्थानों से गिरोह के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है । जो कि एक अन्तर्राजीय,अंतर्जनपदीय एक गिरोह चला रहे थे। जिसमें यह लोग अविवाहित पुरुषों को चिन्हित करके उन्हें निशाना बनाकर और उनसे बिचौलियों का रोल अदा करके और रिश्तेदारों की भूमिका निभाते हुए आपस में ही उनसे विवाह संपन्न करवाते थे। दो से तीन दिन में रिश्तेदार और परिजनों के रूप में यह लोग आते थे और दुल्हन की विदाई करके वहां से निकाल ले जाते थे। यह सब इन्होंने कई जगह पर किया है। इनका उद्देश्य अलग-अलग नाम अलग-अलग फर्जी आईडी आधार कार्ड पहचान पत्र और अलग-अलग मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर अविवाहित पुरुष की शादी करके और शादी में जो जेवरात और नकदी अन्य सामान को लेकर वहां से फरार हो जाना और नगदी और जेवरात को आपस में बांट लेना रहता है । अभी तक इनसे जो जानकारी की गई है इसमें उन्होंने बताया है कि 10 -12 शादियां इस प्रकार कर यह धोखाधड़ी कर चुके हैं। इन लोगों पर कहीं भी गैंग का मुकदमा दर्ज नहीं है। गैंग मेंबर में एक मेंबर प्रदीप के विरुद्ध थाना जवां में एक मुकदमा दर्ज है। इसमें एक लड़की मूलत: रांची झारखंड की रहने वाली है। वह पिछले कई वर्षों से यही रह रही है। गैंग के सदस्यों के कब्जे से मंगलसूत्र व सोने के अन्य आभूषण, नगदी, मोबाइल फोन आधार कार्ड आदि सामान बरामद हुआ है। पुलिस अग्रिम कार्रवाई में जुटी हुई है।
सुरेंद्र नगर निवासी मानव बंसल ने बताया कि उनके घर के पास एक कमलेश गुप्ता नाम की महिला रहती थी। उसने उनकी मुलाकात बबलू नाम के युवक से कराई थी। बबलू ने पुष्पा देवी से उनकी मुलाकात कराई और पुष्पा देवी ने गिरोह की सरगना प्रदीप से उनकी मुलाकात कराई। प्रदीप ने 14 तारीख को उनको लड़की देखने के लिए चामुंडा मंदिर पर बुलाया तो वह अपने माता-पिता व अन्य परिजनों के साथ चामुंडा मंदिर पर गए। लड़की देखने पर परिजनों को पसंद आई तो परिजनों ने हां कर दी तो प्रदीप अन्य मौजूद लोगों ने वहीं पर स्थिति बस शादी कर दी और जब हमने लड़की की घर भर के बारे में कहा तो उन्होंने कहा कि खुर्जा में घर है हम आपको दिखा देंगे। मंदिर से शादी होने के बाद दुल्हन को विदा कराकर हम घर ले आए। अचानक 16 तारीख को दुल्हन ने यह कहा कि हमारे यहां मायके जाने का एक दिन का रिवाज है। मेरी मम्मी पापा ने मना किया लेकिन उसने रिवाज बताया और कहा कि मेरा भाई मुझे लेने आ रहा है। शाम तक वह लोग नहीं आए रात को 10:30 बजे आए हमारे घर वालों की मना करने के बाद भी वह दुल्हन को लेकर और मुझे भी साथ चलने को कहा तो मेरे घर वालों ने मना कर दिया। दूसरे दिन जब हमने दुल्हन नेहा के और उसके परिजनों के फोन पर फोन कर तो फोन नहीं उठा। इसी तरह इसी गैंग ने 16 तारीख को हमारे मोहल्ले की एक लड़के की शादी कराई थी वह दुल्हन भी अचल तालाब पर मोटरसाइकिल से उतर कर जेवरात लेकर फरार हो गई थी। कल रात्रि पुलिस टीम ने पलवल सहित अन्य स्थानों से इस गैंग की तीन महिलाओं सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।