बारिश के लिए 'आग' के बीच बैठकर घोर तपस्या कर रहा हैं सन्यासी... साधु ने तड़प तड़प कर दी मौत
तेज गर्मी बाबा की मौत का बनी सबक
प्रचंड तपिश और पुरवा हवा के साथ फिजा में घुली उमसभरी गर्मी। 70 साल क़े साधु इलाके में चर्चा का केंद्र बना हुआ। आग रखकर और चारों तरफ आग जलाकर तप कर रहे.सधु ..आग और चारों तरफ आग जला कर बैठ गये। ग्रामीण भी आसपास इकट्ठा होकर खूब श्रद्धालुओं की तरह. जय कार्य बोलते रहे..सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो हुई थी । गो सुरक्षा और बारिश के लिए यह तपस्या किया जा रहा था । तपस्या के बीच 12:00 बजे हालत बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया साधु को जहां डॉक्टर ने इलाज के दौरान मौत घोषित की। तेज शक्ति धूप में साधु ने आम जनता के लिए दी जान। ग्रामीणों का आरोप साधु को तपस्या आग और उसके चारों तरफ आग जलाकर बैठकर तपस्या कर रहे थे जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था सामने बैठने की संभाल के डीएम मनीष बंसल ने दी थी इजाजत। आखिर देश तपती धूप पब्लिक सड़कों पर निकलने के लिए परेशान इस हालत में डीएम ओर एसडीएम ने किस वजह से दी थी इजाजत एक साधु की गई जान। प्रशासन की बड़ी लापरवाही आ रही सामने।ग्रामीणों में रोज ग्रामीणों का आरोप किस वजह से किस मजबूरी से प्रशासन ने दी इजाजत। मौके पर मौत की बात प्रशासन में मचा हड़कंप पहुंचे cdo जिला अस्पताल में डॉक्टर से जांच पड़ताल करने पहुँचे । आग सामने तब करते हुए ग्रामीणों ने पहले लगाया था कि पागल साधु है संभल में चर्चाओं का विषय चला सुनते ही लोग पहुंच रहे थे थी आग सामने एक साधु ने संत प्रशासन संभल की बड़ी लापरवाही आई सामने आ रही। जहां साधु संत का जो आकर ताप्ती आग ओर धुप बीच में बैठे थे ग्रामीण उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे लेकिन आशीर्वाद से पहले साधु को मिली मौत। चैनल का बड़ा सवाल आखिरी किस स्थिति धूप में किसने दीआग क़े सामने तपस्या करने की इजाजत कौन है मौत का जिम्मेदार।
साधु का कौन बना मौत का सौदागर कौन सम्भल प्रशासन या तपती धूप और गो सुरक्षा की कसम साधु को मौत का सभा बनी ।