मेरठ में मोबाइल के चार्जर ने ली चार बच्चों की जान, चार्जर ब्लास्ट के कारण घर में लगी भीषण आग
मेरठ के पल्लवपुरम थाना क्षेत्र की जनता कालोनी में मोबाइल के चार्जर में अचानक ब्लास्ट हो गया जिसकारण घर में रखे सामान में आग लग गई। घर में लगी हिसाब से छह लोग झुलस गए जिसमें चार बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि उनके मां-पिता की हालत गंभीर है। घटना के बाद से परिवार और पड़ोसी लोगो में रंगीन होली की खुशियां फीकी पड़ गई ।
पीड़ित परिवार के रिश्तेदारों का कहना है कि मृतकों में कल्लू (5 साल), गोलू (6 साल), निहारिका (8 साल) और सारिका (12 साल) हैं। जबकि इनके पिता जॉनी मेडिकल कॉलेज में और मां बबिता दिल्ली एम्स में वेंटिलेटर पर हैं। बेटी निहारिका और बेटे गोलू की रात 2 बजे मौत हुई। बड़ी बहन सारिका की सुबह 4 बजे और सुबह 10 बजे सबसे छोटे बेटे कल्लू की भी मौत हो गई। सभी मेडिकल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थे।
दरअसल, मुजफ्फरनगर के सिखेड़ा गांव निवासी जॉनी अपनी पत्नी बबीता और चारों बच्चों के साथ मेरठ की जनता कॉलोनी स्थित पप्पू के मकान में किराए पर रहता है। जॉनी मेहनत मजदूरी करके परिवार का लालन पालन कर रहा था तो होली के चलते जॉनी, बबीता रसोई में होली के पकवान बना रहे थे। चारों बच्चे कमरे में थे। कमरे में ही मोबाइल चार्जिंग पर लगा हुआ था। तभी शॉर्ट सर्किट हो गया, जिस कारण मोबाइल में भी धमाका हो गया और कमरे में आग लग गई।फोम के गद्दों ने आग को भयंकर रूप दे दिया, जिसके चलते बच्चे आग की चपेट में आ गए। शॉर्ट सर्किट की वजह से आग बुझाना मुश्किल था, क्योंकि करंट फैलने का खतरा था। फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले आग पूरे घर में फैल चुकी थी। कमरे में लगी आग को देखकर मां बबीता चारों बच्चों को आग से बचाने का प्रयास किया, जिसके चलते वह भी बुरी तरीके से झुलस गईं। पत्नी और बच्चों को बचाने दौड़ा पति भी आग की चपेट में आ गया। सभी घायलों को पहले एंबुलेंस से नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से डॉक्टरों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जिस वक्त आग लगी उस समय पति जॉनी, पत्नी बबिता के साथ रसोई में गुझिया बना रहे थे। बच्चे कमरे में बैठकर खेल रहे थे।
घायल बबिता और जॉनी ने बताया कि जब रसोई में काम करते वक्त अचानक तेज धमाके की आवाज आई। लगा कोई भारी चीज गिरी है या सिलेंडर फट गया। हम दोनों फौरन बच्चों को बचाने कमरे में भागे। देखा वहां धुआं उठ रहा था। आग लगी थी। बच्चे आग में फंसे थे। पड़ोसियों ने किसी तरह आग पर काबू पाने की कोशिश की। उसके बाद स्थानीय लोगों ने पल्लवपुरम पुलिस को मामले की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से झुलसे बच्चों और उनके मां-पिता को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। आग के कारण घर का सामान भी जलकर राख हो गया।
उधर, घटना के बाद सीओ दौराला सुचिता सिंह का कहना है थाना पल्लवपुरम पुलिस को सूचना मिली कि जनता कॉलोनी में घर में आग लगी है उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आज में जल से लोगों को अस्पताल भर्ती कराया गया उसके बाद चार बच्चों ने काम तोड़ दिया जबकि दंपति गंभीर रूप से झुलसा हुआ है उनका बेहतर इलाज कराया जा रहा है ।