अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक शांतनु महाराज बोले, छत्रपति शिवाजी के चरित्र को दबाने का हुआ कुत्सित प्रयास।
अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक शांतनु महाराज ने कांग्रेस का नाम लिए बिना ही छत्रपति शाहूजी महाराज के चरित्र को दबाने के लिए ठीकरा फोड़ा ।उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार में में ऐसा प्रयास किया जा चुका है। अब हमारा प्रयास यह होगा कि महामंचन के जरिए नाट्य मंचन बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है। जिससे वर्तमान पीढ़ी के युवा और बच्चे छत्रपति शिवा जी महाराज के चरित्र, उनके वीर गाथाओं और उनके कृतियों से परिचित हो सके।
छत्रपति शिवाजी द्वारा स्थापित हिन्दवी स्वराज के 350 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में शौर्य गाथा कार्यक्रम महाविद्यालय में आयोजित किया गया। अखंडनगर के विश्वनाथ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट में अखिल भारतीय सहव्यवस्था प्रमुख अनिल ओक, अंतरराष्ट्रीय कथावाचक शांतनु महाराज, विभाग प्रचारक श्रीप्रकाश, विभाग संघ चालक रमाशंकर मिश्र, जिला समिति संयोजक जाणता राजा विनोद सिंह, विधायक राजेश गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवकुमार सिंह, नपा अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल समेत अन्य लोगों ने किया संबोधित किया। 21 से 26 नवंबर की बीच काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध महानाट्य का मंचन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसमें देश भर से प्रख्यात हस्तियों को आमंत्रित किया गया है।
जाणता राजा नाम का महा नाटक आयोजित किया गया है। जो छत्रपति शिवाजी के जीवन पर आधारित है। यह अब तक का सबसे बड़ा महान नाटक है। जो बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के एमपी थियेटर के मैदान में खेला जाएगा। 21 से 26 अक्टूबर के बीच इसका आयोजन वृहद स्तर पर नियत किया गया है। यहां पर शिवाजी के जीवन पर संगोष्ठी आयोजित की गई थी। जिस तरह से छत्रपति शिवाजी ने संघर्ष करते हुए मुगल साम्राज्य को पराजित किया , हिंदू साम्राज्य को स्थापित किया था। युवा और बच्चे यहां जाने की किस तरह से हमारा गौरवशाली इतिहास था। इसी के लिए महा नाट्य का मंचन किया जाएगा। छत्रपति शिवाजी के चरित्र को कुत्सित प्रयास करके धूमिल करने का कुचक्र रचा जा चुका है। विस्तार से, विस्तृत रूप से, तथ्यों के साथ वर्तमान पीढ़ी इसे देख सके, इसी के लिए महन्नाट्य का मंचन किया जा रहा है।