मुख्तार की जेल में बढ़ी बेचैनी और दिनचर्या में बदलाव
यूपी के बांदा मंडल कारागार में कैद माफिया मुख्तार अंसारी की बेचैनी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सुबह जल्दी बिस्तर छोड़कर आधे घंटे की वर्कआउट से दिन की शुरुआत करने वाला मुख्तार अब रातभर केवल बदलता रहता है करवटें, इन दिनों बैरक न० 15 में दिनभर काट रहा है दिन , सुरक्षा के चलते मुख्तार से अन्य कैदियों को रखा जा रहा है दूर, सुबह नाश्ता करने के बाद बैरक के अंदर बैठा रहता है गुमशुम|
मुख्तार अंसारी ने वर्चुअल पेशी के दौरान अपनी सुरक्षा की लगायी थी गुहार, मुख्तार ने कहा कि सोनभद्र से ट्रांसफर होकर आये सिपाही से मुझे जान का है खतरा उसको मेरी हत्या करवाने के लिये बांदा जेल लाया गया है, मुख्तार अंसारी के द्वारा लगाये गये गंभीर आरोप के बाद से बांदा जेल प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और हाई सिक्योरिटी जेल को हाई अलर्ट कर दिया गया है, इसके साथ कुछ जेल में अतिरिक्त सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है इस समय बांदा जेल में एक प्लाटून पीएसी सहित लगभग डेढ़ सौ सुरक्षाकर्मी जेल की सुरक्षा में तैनात हैं। इसके अलावा लगभग आधा सैकड़ा सीसीटीवी कैमरों से भी जेल के चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही , जेल में आने जाने वाले हर व्यक्ति पर इन सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से कड़ी नजर रखी जा रही है । जेल आने-जाने वाले हर व्यक्ति को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे से गुजरना पड़ता है जेल के प्रथम द्वार से लेकर मुख्य द्वार तक तीन गेट है जिनमें सघन तलाशी के बाद कि कोई अंदर जा सकता है इसके अलावा माफिया मुख्तार अंसारी की तन्हाई *बैरिक न० 15* के बाहर हर समय बॉडी कैम से लैस तीन सुरक्षाकर्मी हर समय मौजूद रहते हैं, ।अगर हम बात मुख्तार अंसारी की दिनचर्या की करें तो पहले मुख्तार जल्दी बिस्तर छोड़कर फ्रेश होने के बाद लगभग एक घंटे का वर्कआउट करना उनके दैनिक जीवन का महत्वपूर्ण कार्य रहता था साथ ही समय पर नाश्ता करने के बाद दोपहर का लंच और रात का डिनर अपने तय समय पर ही ले लेता था परंतु इन दिनों बेचैनी और जान का खतरा सताने के कारण सुबह जल्दी न उठकर देर तक बिस्तर छोड़ते है, फ्रेश होने के बाद थोड़ा बहुत नाश्ता करने के बाद बैरक में गुमशुम बैठा रहता है, वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते तीन दिवस पहले मुख्तार ने रात का खाना भी नही खाया मुख्तार को प्रयागराज में अतीक अहमद की तरह मारे जाने का भय हर समय सता रहा है|