UCC लागू करना संविधान निर्माता को सच्ची श्रद्धांजलि, पुष्कर सिंह धामी
बरेली : उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता कानून लागू करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बरेली में स्वागत किया गया। इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी में सोमवार को आयोजित स्वागत और अभिनन्दन समारोह में धामी ने कहा कि UCC कानून लागू होने के बाद से जब भी राज्य की मुस्लिम महिलाएं उनसे मिलती हैं तो आभार जताती हैं। क्योंकि इस कानून से एक धर्म विशेष में व्याप्त कुरीतियों से भी निजात मिल है। मामूली बातों पर तीन बार तलाक कहकर घर से बाहर नहीं निकाला जात है। जिससे उनको काफी मदद मिली है।
यह कार्यक्रम विश्विद्यालय के कुलाधिपति डॉ उमेश गौतम एवं पार्थ गौतम के नेतृत्व में आयोजित किया गया। पुष्कर सिंह धामी भारत के ऐसे पहले मुख्यमंत्री है, जिन्होंने अपने राज्य में समान नागरिक संहिता लागू की। धामी एक ऐसे सहनशील मुख्यमंत्री बनकर उभरे है जोकि नए युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गए है। जिस कारण वहां मौजूद युवाओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
इस कार्यक्रम की शुरुआत में पूर्व परिवहन मंत्री एवं एमएलसी सदस्य अशोक कटारिया ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि हमेशा संघर्ष करने वाला व्यक्ति ही ऊंचाइयों तक पहुंचता है. साथ ही साथ उन्होंने बताया कि जिस प्रकार मुख्यमंत्री पुरुषसिंह धामी ने मेहनत और लगन से राज्य की उन्नति में अपना संपूर्ण योगदान दिया है।
लोक गायक नारायण सिंह सोराज ने उत्तराखंड लोकप्रिय गानों से छात्रों में उत्साहवर्धन किया। इसके साथ ही अन्य और भी मुख्य अतिथियों ने अपनी प्रेरणादायक शब्दों के प्रेरित किया। इसी दौरान बरेली के वरिष्ठ पत्रकार और पत्रकारिता विभाग के डीन डॉ राजेश कुमार शर्मा ने मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी के अभिनंदन सम्मान पत्र का वाचन करके उनका सहृदय से जोरदार स्वागत किया।
वहीं पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं मेयर उमेश गौतम ने कहा कि उत्तराखंड में ऐसे देवस्थल हैं, जिनके बारे में लोगों को पता नहीं था, उसे छिपाकर रखा था। जिन्हें सामने लाने का साहस धाकड़ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। आदि कैलाश समेत अन्य देवस्थलों के दर्शन कराने के लिए जोरदार काम किया। तमाम परिवहन व्यवस्था की, जो कानून लागू हुआ। वह असंभव प्रतीत हो रहा था पर मुख्यमंत्री धामी ने वो कर दिखाया, जिसे अन्य किसी राज्य में लागू कर पाना मुमकिन नहीं है। इससे सबक लेकर अन्य राज्य भी अनुसरण करेंगे। ऐसी उम्मीद जताई।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) कानून संविधान का मूल है, जिसे उत्तराखंड में लागू करके संविधान निर्माताओं को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है। समान कानून से तीन तलाक, हलाला जैसी घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगेगा। लिव इन रिलेशनशिप पंजीकरण से दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड नहीं होंगे। कानून लागू करने की वजह ये भी है कि ऐसी घटनाओं को देख नहीं सकता। उम्मीद है कि देवभूमि की नदियों की भांति ये कानून भी पूरे भारत तक पहुंचेगा। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हम एक सशक्त भारत की ओर आगे बढ़ रहे हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में अनेक निर्णय लिए गए हैं। पीएम मोदी के कार्यों से प्रेरणा लेते हुए हमने उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। समान नागरिक संहिता का उद्देश्य सभी के लिए एक समान व्यवस्था, एक समान कानून सुनिश्चित करना है।
स्वागत व सम्मान के इस कार्यक्रम में सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन इंवेर्टिस यूनिवर्सिटी के एक्सिक्यूटिव निदेशक पार्थ गौतम ने किया।
वही इस अवसर पर सांसद छत्रपाल गंगवार, जल एवं पर्यावरण मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार अरुण कुमार, एमएलसी अशोक कटारिया,ब्रज प्रान्त के अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य, सांसद अर्जुन अलहाल, विधायक डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, विधायक श्याम बिहारी लाल, विधायक डीसी वर्मा, विधायक एमपी आर्या, शिवपाल शर्मा, आंवला विधायक पवन शर्मा, विधायक कुंअर महाराज ,भा ज पा के महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना, आंवला के जिलाध्यक्ष आदेश प्रताप सिंह,उत्तरायणी मेले के प्रबंधक, संस्था आईएमए,चेम्बर ऑफ कॉमर्स,अखिल भारतीय ज्ञान समिति, इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर के पदाधिकारी गण,समेत अन्य राजनीतिक पक्ष के नेता व विश्विद्यालय के कुलपति प्रोफेसर वाईडीएस आर्य, रजिस्ट्रार संतोष कुमार, सभी विभागों के डीन एवं चीफ प्रॉक्टर कमलेश कुमार दूबे, डायरेक्टर एवं विश्विद्यालय के शिक्षक गण मौजूद रहे ।