समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल आज वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय पहुँचा। जहाँ पिछले 11 दिनों से पीएचडी दाखि़ले में हुए अन्याय और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा किए गए भेदभाव पूर्ण रवैये के खि़लाफ़ धरने पर बैठे छात्र शिवम् सोनकर से मुलाक़ात किया। छात्र शिवम् सोनकर पिछले 8 बार से नेट क्वालिफाइड कर चुका छात्र है जो अनुसूचित जाति का छात्र होते हुए भी सामान्य कैटेगरी में दूसरा स्थान प्राप्त करने के बावजूद भी पीएचडी दाखि़ले से वंचित है।
सोशल साइंस डिपार्टमेंट में मालवीय सेंटर फॉर पीस रिसर्च के साथ पीएचडी करने हेतु शिवम सोनकर ने परीक्षा दे रखी है परंतु उसका आरोप है कि विश्वविद्यालय और विभाग के कुछ लोग नियम और आरक्षण की प्रणाली को अपने तरीक़े से तोड़-मरोड़ कर नियमों को बदलते हुए अपनी मनमानी करते रहते है जिससे सैकड़ों दलितों, पिछड़ो का हक़ मारा जा रहा है। इसलिए आज 11 दिन से लगातार सड़क पर बैठे हुए आंदोलनरत होकर न्याय की माँग और अपने दाखि़ले की लड़ाई लड़ रहा है।
प्रतिनिधिमण्डल ने विश्वविद्यालय के अस्थायी कुलपति और चीफ़ रजिस्ट्रार से मुलाक़ात कर सभी नियमों और प्रक्रिया को समझा और समझने के बाद वार्ता कर पाया कि कहीं न कही चूक हुई है जिसे बीते दिनों विश्वविद्यालय प्रशासन ने मीडिया से प्रेसवार्ता में स्वीकार भी किया था जिसके बाद आज समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमण्डल से वार्ता कर इस विभाग की प्रवेश प्रक्रिया को वर्तमान में रोकते हुए यूजीसी और केंद्रीय शिक्षा विभाग नई दिल्ली को सूचना कर पूरी प्रक्रिया और दाखि़ले के मुद्दों को लिखित तौर पर अवगत कराकर आगे की कार्यवाही के लिए प्रतिक्षा करेगा, जोकि लिखित तौर पर होगी।
प्रतिनिधिमंडल में वीरेन्द्र सिंह सांसद चंदौली, छोटे लाल खरवार सांसद राबट्सगंज, सुश्री प्रिया सरोज सांसद मछलीशहर, एमएलसी आशुतोष सिन्हा, विधायक रागिनी सोनकर, सुजीत यादव ज़िलाध्यक्ष, दिलीप डे महानगर अध्यक्ष वाराणसी, विनीत कुशवाहा प्रदेश अध्यक्ष छात्रसभा, पूजा यादव प्रत्याशी कैंट, सत्य प्रकाश सोनकर प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव अंबेडकर वाहिनी, अमित सोनकर पूर्व जिला पंचायत सदस्य, अखिलेश यादव विधानसभा अध्यक्ष कैण्ट शामिल रहे।