समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार प्रभुत्ववादियों और सामंतवादियों को संरक्षण दे रही है। प्रभुत्ववादी और सामंतवादी लोग दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों पर हमले कर रहे है। ये लोग जानते है कि वह कुछ भी करें सरकार उन पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी। भाजपा सरकार में पीडीए पर हमला कर डराने की कोशिश हो रही है। आगरा में सांसद श्री रामजी लाल सुमन के घर पर हमला सोची-समझी रणनीति और साजिश के तहत हुआ है। रामजी लाल सुमन के घर तोड़फोड़ हुई आगरा में खुलेआम नंगी तलवारें लहराई गई। जान से मारने की धमकी दी गयी। आगरा हिंसा के पीछे सरकार की फंडिंग है। भाजपा सरकार संविधान के अनुसार नहीं चल रही है। उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं है।
शनिवार को अखिलेश यादव ने आगरा पहुंचकर समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन और उनके परिजनों से मुलाकात की। उसके बाद पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सुमन जी के घर पर हमला अचानक नहीं षड्यंत्र के तहत हुआ है।
अखिलेश यादव ने कहा कि मैं अपने दलित सांसद सुमन जी के साथ खड़ा हॅू तो मुझे गोली मारने की धमकी मिल रही है। आखिरकार इसके पीछे कौन है। इस तरह की धमकियों को सरकार को खुद संज्ञान लेना चाहिए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अगर समाजवादी पार्टी के लोग शिकायत कर रहे हैं तो भी एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग कोई भी धमकी दे, सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखते हैं उनके खिलाफ एफआईआर नहीं होती है। कोई कार्रवाई नहीं होती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार जाति के आधार पर काम कर रही है। सम्राट अशोक जिन्हें कुशवाहा, मौर्य समाज भगवान की तरह मानता है उनकी जयंती पर सौहार्द पूर्ण आयोजन में एक व्यक्ति ने तलवार से केक काट दिया तो उस पर कार्रवाई हो गयी लेकिन ड्रोन की निगरानी में तलवारें लहराते भाजपाई लोगों को पूरा सम्मान दिया जाता है। उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि आगरा में जो तथाकथित शक्ति प्रदर्शन था वह दिल्ली और लखनऊ वालो के बीच सत्ता संघर्ष से उपजा था। उन्होंने कहा कि मनमानी की मनसबदारी का दौर अब नहीं चलेगा। अब बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर का संविधान है। संविधान ही सर्वोपरि रहेगा। आगरावासियों को आगे आकर हिंसात्मक राजनीति का विरोध करना चाहिए। अगर आगरा का अमन चैन बिगड़ा और दुनिया में इसकी चर्चा हुई तो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आगरा की छवि खराब होगी। पर्यटक आने से कतरायेंगे जिसका सीधा असर आगरा के कारोबार पर पड़ेगा। स्थानीय अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि आगरा में पिछले दिनों जो कुछ हुआ वह पीडीए परिवार और श्री रामजी लाल सुमन को अपमानित करने के लिये किया गया था। नाकामियों को छिपाने और समाज में जहर घोलने के लिए भाजपा सरकार के इशारे पर हुआ। भारत एक लोतांत्रिक देश है। संविधान के शासन में कोई नंगी तलवारें नहीं घुमा सकता। इस तरह कोई भी धमकी नहीं दे सकता। जब सांसद रामजी लाल सुमन की कही गयी बात राज्यसभा की कार्यवाही से निकाल दी गयी तो सोशल मीडिया पर कैसे फैलाई गयी। पहले भी सदन में बहुत बातें कहीं गई है। यह जिम्मेदारी सरकार की भी है कि जो बात कार्यवाही से हटा दी गयी, वह न फैले। लेकिन भाजपा सरकार ने जानबूझकर भोले भाले लोगों को कठपुतली बनाकर उससे राजनीतिक लाभ लेना चाहा।
अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए परिवार जागरूक हो गया है। भाजपा सरकार अपने षड्यंत्र में कामयाब नहीं होगी। हम समाजवादी लोग संकल्प लेते हैं कि न्याय और सामाजिक न्याय के राज की स्थापना के लिए पीडीए परिवार के लोग एकजुट होकर काम करते रहेंगे। भाजपा सरकार में पीडीए के साथ बहुत अन्याय, अत्याचार हुआ है। भाजपा सरकार ने पुलिस भर्ती में आरक्षण छीना। आरक्षण की व्यवस्था बदल दी जिससे सन् 2016 की पुलिस भर्ती में 1700 पिछडे़, दलितों को नौकरी से वंचित कर दिया। भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद आरक्षण व्यवस्था बदल कर रिजल्ट घोषित कर नौकरी से बाहर कर दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार पीडीए के आरक्षण के खिलाफ है। भाजपा की नीयत ठीक नहीं है। भाजपा सरकार में किसी को न्याय नहीं मिल रहा है। प्रयागराज में एक दलित युवक की जलाकर हत्या इसलिए हो गयी क्यांेकि उसने जाति विशेष के लोगों का गेहूं काटने से इंकार कर दिया था। आगरा में बाबा साहब अम्बेडकर का गाना बजाने पर दूल्हे को घोड़ी से उतार कर और बारातियों को भी मारा गया। इटावा में निशाद युवक को उसके फेसबुक पोस्ट के लिए मारा गया। अभी तक मारने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। आजमगढ़ में दलित बेटी को जाति विशेष के दबंगों ने बंधक बना लिया। दम्पत्ति अपनी बेटी के छुड़ज्ञने के लिए पुलिस से गुहार लगाता रहा। जौनपुर में बाबा साहब की शोभायात्रा के दिन एक नफरती उनके झंडे को पैरो तले रौंद रहा था। अपमानित कर रहा था। यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि दबंगों अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में जाति को लेकर आरोप लगाया जाता था। फर्जी खबरे चलायी जाती थी। आज आगरा के थानों में क्या स्थिति है। पीडीए कितना है। मैनपुरी के 15 थानों में 10 पर मुख्यमंत्री जी के स्वजातीय है। महोबा के 10 थानों में 6 पर हैं। चित्रकूट के 10 थानों में ज्यादातर वही है। यूपी एसटीएफ में 21 अधिकारी ज्यादातर मुख्यमंत्री जी के स्वजातीय है। पीडीए केवल तीन है।
अखिलेश यादव ने कहा कि नफरत की राजनीति करने वालों ने मुगल म्यूजियम का नाम तो बदल दिया लेकिन उस काम को आगे नहीं बढ़ाया। आगरा को स्मार्टसिटी बनाना था लेकिन भाजपा सरकार ने इसे जाम में फंसा दिया। आगरा में मेट्रो का विकास समाजवादियों ने किया। समाजवादी सरकार ने आगरा में इन्वेस्टमेंट लाने का काम किया। विकास किया लेकिन भाजपा सरकार ने रोक दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि मैने हमेशा कहा कि जो इतिहास दूरियां बढ़ाता हो, समाज में खाई पैदा करता हो, नफरत बढ़ाता हो उस इतिहास को इतिहास ही रहने देना चाहिए। उस पर चर्चा नहीं करना चाहिए। समाजवादी पार्टी बाबा साहब के संविधान और लोकतंत्र में मिले अधिकारों के साथ लड़ाई लड़ती रहेगी। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के साथ सर्वश्री रामजी लाल सुमन सांसद, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, सांसद रामभुआल निषाद सांसद, सनातन पाण्डेय, रंजीत सुमन पूर्व विधायक, मुकेश वर्मा विधायक, असीम यादव पूर्व एमएलसी, डॉ. राजपाल कश्यप पूर्व एमएलसी, श्री राहुल भारती राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी अनुसूचित जाति, श्रीकृष्ण वर्मा जिलाध्यक्ष आगरा, वाजिद निसार महानगर अध्यक्ष समेत अन्य नेता मौजूद थे।