-होली से पहले सरकारी बाबुओं ने दफ्तर में की शराब पार्टी, एडीएम ने किया निलंबित
सरकारी कार्यालय के अंदर राजस्व निरीक्षक और लेखपाल के वायरल वीडियो पर विभागीय कार्रवाई हुई है ।होली से पहले रायबरेली के सरकारी दफ्तर में जाम छलकने का एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें एक कानूनगो और लेखपाल ऑफिस में बैठकर शराब पार्टी करते दिख रहे हैं ।जिसमें कानूनगो कह रहे हैं कि सरकार ने 5:00 बजे के बाद कार्यालय बैठकर शराब पीने की अनुमति दी है। सूर्य अस्त के बाद ठाकुर मस्त हो जाता है। वही इस मामले में अपर जिलाधिकारी प्रशासन सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि आज सुबह कानूनगो अरविंद सिंह और लेखपाल हिमांशु पाल को निलंबित कर दिया गया है।
यह वीडियो सामने आने के बाद सदर एसडीएम प्रफुल्ल शर्मा ने इसकी जांच की और मामला सत्य पाया। यह मामला हरचंदपुर थाना क्षेत्र के अचाकापुर मोड पर स्थित राजस्व निरीक्षक कार्यालय का है। जो की तीन दिन पुराना बताया जा रहा है।
शराब पार्टी का यह 1 मिनट 21 सेकंड का वीडियो है जिसमें ऑफिस में बैठे सभी लोग किसी केस को लेकर चर्चा कर रहे हैं। इस पर कानूनगो किसी सीओ का नाम लेते हैं। कुछ लोग मखाने और मूंगफली मिलने की बात कहते हैं। इसके बाद टेबल पर रखी अंग्रेजी शराब में बोतल को दिखती है। लेखपाल और कानूनगो से उनकी फेवरेट शराब के बारे में पूछा जाता है तभी कुछ अश्लील बातें भी सामने आती हैं। वहीं कानूनगो कहते हैं सूर्य अस्त ठाकुर मस्त। लेखपाल के पास एक शराब की बोतल दिखाई दे रही है। इसे देखकर सभी लोग बोलते हैं सस्ते आदमी की सस्ती पसंद। लेखपाल हंसते बोलते हैं मुझे यही है पसंद।
इस मामले में एसडीएम प्रफुल्ल शर्मा ने बताया कानूनगो और लेखपाल के ऑफिस तहसील में होते हैं कई बार इन लोगों का तहसील के बाहर काम की वजह जाना होता है। इस वजह से लोग शहर के आसपास प्राइवेट ऑफिस ले लेते हैं। वहीं बैठकर काम करते हैं यह शराब पार्टी भी इसी ऑफिस में हुई है। आपको बता दें लेखपाल हिमांशु पाल की साल 2016 में रायबरेली में भर्ती हुई थी। तब से रायबरेली में काम कर रहे हैं। कानूनगो अरविंद सिंह अमीन से कानूनगो बने हैं। 3 साल से रायबरेली में काम कर रहे हैं
अपर जिलाधिकारी प्रशासन सिद्धार्थ ने बताया है कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया में तहसील सदर रायबरेली के राजस्व निरीक्षक और लेखपाल के वायरल हो रहे वीडियो को संज्ञान में लेते हुए जिला प्रशासन द्वारा उन्हें अशोभनीय और अमर्यादित आचरण के दृष्टिगत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है । साथ ही विभागीय कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है।