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स्वास्थ्य शिविर में ढाई हजार लोगों का हुआ परीक्षण

 सामाजिक बदलाव के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण: जगदंबिका पाल 

माटी व एनएचपीसी द्वारा पांच स्वास्थ्य शिविरों का सफल आयोजन, लगभग ढाई हज़ार लोगों ने कराया उपचार

स्वास्थ्य शिविरों में ह्रदय, चर्म, आँख, हड्डी, कैंसर, सांस, फेफड़े, मधुमेह व बाल रोगों के विशेषज्ञ डाक्टरों की रही उपस्थिति ।



बस्ती। जिले के सूर्य बक्श पाल इंटर कालेज, बनकटी में स्वास्थ्य शिविर के मुख्य अतिथि और सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि सामाजिक बदलाव के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है, राष्ट्र निर्माण में इनका योगदान अहम है। ऐसे अवसर कम ही देखने को मिलते हैं कि जब देश के प्रतिष्ठित मेदांता, एम्स, आर्मी जैसे अस्पतालों के डाक्टर्स ग्रामीण क्षेत्रों में आकर सेवाएं देते हैं और उस से भी अधिक संतोषजनक बात यह‌ कि बस्ती वासियों ने इस अवसर का बढ़ चढ़ कर लाभ भी उठाया है। उक्त बातें श्री पाल ने माटी और एनएचपीसी द्वारा बस्ती जिले में पांच स्थानों पर तीन दिवसीय निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर के समापन कार्यक्रम में कहीं। डुमरियागंज सांसद जगदंबिका पाल ने सूर्य बक्श पाल इंटर कॉलेज, बनकटी में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया जबकि आज ही हरैया में विशिष्ट अतिथि के तौर पर विधायक अजय सिंह शामिल हुए। ज्ञात रहे कि इससे पहले कल सावित्री विद्या विहार, भानपुर एवं  प्रैक्सिस विद्यापीठ, रुधौली में सफल कैम्पों का आयोजन किया गया। उद्घाटन समारोह डान वास्को स्कूल, बस्ती सदर में आयोजित किया गया था। 

माटी संयोजक आसिफ़ आज़मी ने माटी की जन स्वास्थ्य और, युवा रोजगार एवं उद्यमिता विकास जैसे उद्देश्यों का परिचय कराया। तीन दिवसीय इस स्वास्थ्य शिविर में बस्ती सदर में 410, रुधौली में 508, भानपुर में 400, बनकटी 494 और हरैया में 492 लोगों ने अपना उपचार कराया। 

बनकटी स्थित शिविर सूर्य बक्श पाल इंटर कॉलेज बनकटी में मधुमेह विशेषज्ञ जितेन्द्र नागर (चेयरमैन, डाइबीटीज़ स्कूल, अहमदाबाद),  चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अहमद मिन्हाज उद्दीन (डायरेक्टर अल शिफ़ा हास्पिटल, दिल्ली), ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमित सतसंगी (एम्स दिल्ली), नेत्र रोग के लिए राज आई हास्पिटल की टीम उपस्थित रही। 

यहाँ मधुमेह विशेषज्ञ जितेन्द्र नागर (चेयरमैन, डाइबीटीज़ स्कूल, अहमदाबाद) ने कहा कि लोग बिमारी कंट्रोल होते ही दवाओं के सेवन में लापरवाही बरतने लगते हैं जबकि बीमारी के समाप्त होने तक दवा का सेवन‌ जारी रहना चाहिए। 

चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अहमद मिन्हाजउद्दीन ने कहा कि इस क्षेत्र में चर्म रोग अधिक है, इससे बचने के लिए नियमित साफ सफाई का ध्यान रखने के साथ ही अधिक मात्रा में पानी का सेवन और उचित आहार लेना चाहिए। 


हर्रैयाः 

जबकि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट हरैया में ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संतोष सिंह (मेदांता, गुड़गांव) सामान्य रोग विशेषज्ञ ले० कर्नल आशतुोष चतुर्वेदी (आर्मी कमांड हास्पिटल, लखनऊ) कैंसर विशेषज्ञ डा डीएन सिंह, बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनीष कुमार गुप्ता (एम्स, ऋषिकेश), सांस संबंधी बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टर विजय शर्मा (मेदांता, गुड़गांव) नेत्र रोग के लिए रेमेडियो टीम व अन्य दिल्ली लखनऊ के बड़े विशेषज्ञ और चिकित्सक शामिल हुए।

डॉ० एपीजे अब्दुल कलाम ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट हरैया में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल रहे विधायक अजय सिंह ने कहा कि जब तक ग्रामीण भारत स्वस्थ नहीं होगा तब तक स्वस्थ भारत की कल्पना नहीं की जा सकती, माटी और एनएचपीसी का यह प्रयास सराहनीय है। 

यहाँ सामान्य रोग विशेषज्ञ ले० कर्नल आशतुोष चतुर्वेदी ने शिविर के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए व्यायाम, नियमित आहार और तनाव मुक्त जीवन जीने का गुर दिया। आगे उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता न केवल आपके लिए लाभकारी है बल्कि हमारी पीढ़ियों के लिए भी आवश्यक है।

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