बिहार के बक्सर से प्रयागराज कुंभ जाने के लिए नाव सेवा की अनुमति न तो बक्सर प्रशासन ने दी है और न ही भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण से इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना मिली है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि ऐसी यात्रा अत्यधिक खतरनाक हो सकती है। इस कारण, प्रशासन ने नाव यात्रा से संबंधित गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश भी दिया है।
बक्सर से प्रयागराज जाने के लिए नाव से यात्रा करने के दावों पर प्रशासन ने ध्यान दिया है। प्रशासन ने साफ किया है कि ऐसी यात्रा की अनुमति किसी भी स्तर पर नहीं दी गई है। अगर कोई नाव प्रयागराज की तरफ जाती हुई पाई जाती है, तो उसे जब्त कर लिया जाएगा और उसके संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कुछ दिन पूर्व बक्सर से कुछ श्रद्धालुओं ने की थी यात्रा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नाव परिचालकों ने इस यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति 2500 रुपये किराया तय किया था और यात्रा को पांच दिनों में पूरा करने का दावा किया था। लेकिन प्रशासन ने इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।
बक्सर प्रशासन ने बताया है कि ना तो बक्सर प्रशासन ने, और न ही भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने, इस यात्रा की अनुमति दी है। प्रशासन का कहना है कि इतनी लंबी यात्रा के लिए नावों में सुरक्षा उपायों की कमी हो सकती है, जिससे यात्रियों की जान को खतरा हो सकता है।
अधिकारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्रों में इस तरह की यात्रा पर निगरानी रखें और प्रयागराज की ओर जाती हुई किसी भी नाव को माइकिंग के जरिए रोककर जब्त करें। साथ ही, आयोजकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। जहाज घाट के ठेकेदारों से भी कहा गया है कि अगर उन्हें इस तरह की यात्रा की जानकारी मिले, तो वे इसे तुरंत प्रशासन को सूचित करें ताकि कोई अनधिकृत यात्रा रोकी जा सके।