सुल्तानपुर में घूसखोरी पेशकार के एसडीएम संतोष कुमार ओझा हुए सस्पेंड, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीएम के आदेश पर हुई कार्रवाई।
न्यायालय में घूसखोरी के मामले में रंगे हाथ पकड़े गए पेशकार से जुड़े उप जिलाधिकारी जयसिंहपुर संतोष कुमार ओझा को सस्पेंड कर दिया गया है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की तरफ से सख्त चेतावनी देने के बाद यह कार्रवाई सुनिश्चित की गई है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की तरफ से सुलतानपुर सीएमओ ओपी चौधरी के भ्रष्टाचार की जांच बैठाने के बाद एसडीम जयसिंहपुर पर हुई कार्रवाई चर्चा का विषय बनी हुई है।
बीते 2 दिसंबर को सुल्तानपुर जिले के जयसिंहपुर तहसील में तैनात एसडीएम के पेशकार समरजीत पाल को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ दबोचा था। वह ₹5000 घूस ले रहे थे । पेशकार समरजीत पाल गोसाईगंज थाना क्षेत्र के माधोपुर छतौना गांव के निवासी बताए जा रहे हैं । रंगे हाथ एंटी करप्शन टीम द्वारा घूसखोरी में पकड़े जाने पर गोसाईगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था । जिसके बाद एंटी करप्शन टीम ने पेशकार को गिरफ्तार कर गोरखपुर ले गई है । उन्हें जेल में निरुध किया गया है। गुरुवार की शाम मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग चल रही थी। इसी दौरान सुल्तानपुर में भ्रष्टाचार का मुद्दा मुख्यमंत्री योगी के समक्ष आया। जिस पर उन्होंने काफी नाराजगी जताई और ऐसे दोषी अफसर पर कार्रवाई करने की हिदायत दी। इसी के साथ ही भ्रष्टाचार के संरक्षण में सुल्तानपुर जिले के जयसिंहपुर में तैनात एसडीएम संतोष कुमार ओझा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। उप जिलाधिकारी जयसिंहपुर ओझा पर हुई कार्रवाई पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। इससे पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ओपी चौधरी के भ्रष्टाचार से जुड़े मामले पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने संज्ञान में लिया था और पूरे मामले में परिवार कल्याण विभाग के अपर चिकित्सा अधिकारी को जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। डिप्टी सीएम का ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सुल्तानपुर में अफसर की सत्य निष्ठा काफी खराब देखी गई थी । अपर जिलाधिकारी प्रशासन गौरव शुक्ला ने बताया कि शासन से पत्र प्राप्त हो गया है। जिसके आधार पर एसडीम जयसिंहपुर संतोष कुमार ओझा के सस्पेंशन की कार्रवाई सुनिश्चित की गई है।