उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में भूमि अधिग्रहण को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन को हवा देने के लिए आज पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसानों की राजधानी कहे जाने वाले सिसौली गांव में एक बड़ी मीटिंग का आयोजन किया गया था। जिसमें गौतम बुद्ध नगर से 12 संगठन के पदाधिकारियों सहित राकेश टिकैत और नरेश टिकैत ने भी हिस्सा किया था।
दरसअल इस मीटिंग में यह तय किया गया है कि 17 दिसंबर को सिसौली में होने वाली मासिक पंचायत का आयोजन अब 23 दिसम्बर को चौधरी चरण सिंह जी के जन्म दिवस पर किया जाएगा।
इस मीटिंग में राकेश टिकैत ने ये ऐलान किया है कि 23 तारीख में होने वाली मीटिंग में गौतम बुद्ध नगर में हो रहे किसानों के आंदोलन को लेकर जहाँ कड़ा निर्णय लिया जाएगा तो वही किसानों की मांगों को लेकर देश में एक बडा आंदोलन करने की जरूरत है।
राकेश टिकैत की माने तो देखो जो गौतम बुद्ध नगर का मामला चल रहा है प्रशासनिक अधिकारी इनको 5 तारीख से बहकाने का काम कर रहा है हमको भी पूरे गौतम बुद्ध नगर के ये 12 संगठन है अभी करीब 140 लोग जेल में बंद हैं प्रशासन और सरकार इतनी झूठ बोलती नहीं देखी हमको पहले दिन कहा कि हमने 20 आदमी छोड़ दिए हमने बयान दे दिया के 20 आदमी छोड़ गए छूटा एक आदमी भी नहीं कभी 27 बता दे कभी 20 बता दे कभी 40 बता दे देश में किसान आंदोलन को दबाने का काम किया जा रहा है यह साजिश प्रशासन रच रहा है उनके पास 23 दिसंबर तक का टाइम है इसे बातचीत का माहौल करें जितने लोग जेल में बंद है उनको रिहा करें जो डराने धमकाने का और मारपीट का काम कर रहा है प्रशासन उसको रोके अगर एक थाना करेगा तो हर जिले में थाने हैं यह नहीं के लोग गौतम बुद्ध नगर में ही जाएंगे हम 23 तारीख में यहां से कैड़ा निर्णय लेंगे और जो भी यहां से घोषणा होगी मीटिंग अगली होगी गौतम बुध नगर में ही होगी अगला निर्णय लिया जाएगा थानों पर होगी तो थानों पर ही होगी एक आंदोलन देश में बड़ा करने की जरूरत है दिल्ली की हमारी अभी कोई कॉल नहीं है दिल्ली की कॉल संयुक्त मोर्चा की होगी कब होगी क्या होगा वो दिल्ली के इशू पर बात होगी जो राष्ट्रीय स्तर के इशू है गौतम बुध नगर के जमीन का इशू है वहां के 10% मुआवजे का इशू है लेकिन अभी कोई प्लेटफार्म तैयार नहीं है जिस पर गौतम बुद्ध नगर के पूरी कमेटी बातचीत कर ले।
वो चल रहा है मूमेंट है आज 10 महीने में आज उसे संगठन का पहली बार मैसेज आया है की आपस मे बैठकर बातचीत करे।हमने बार-बार कहा है कि जो भी आंदोलनकारी संगठन और SKM के लोग 2021 से वापसी आए थे उन सबको इकट्ठा बैठना पड़ेगा और दिल्ली की कॉल पुरे देश के किसानों को देनी पड़ेगी लेकिन कब देनी पड़ेगी इसकी डेट क्या होगी वो इशू बैठकर एसकेएम तय करें पहले अकेले-अकेले दिल्ली की कॉल देंगे जो नोएडा का हाल हुआ है वहीं पूरे देश का हाल होगा
23 दिसंबर का जो 17 तारीख का हमारा प्रोग्राम होता था मासिक पंचायत वह अबकी बार 23 दिसंबर में है चौधरी चरण सिंह का जन्मदिन है वह जन्मदिन भी अबकी बार यही रहेगा और 23 तारीख की मीटिंग भी यही रहेगी और आगे के जो भी निर्णय होंगे 23 तारीख को हम करीब 3:00 तक अपना निर्णय दे देंगे
यह तो पॉलिटिकल इशू है और सरकार की प्राथमिकता है वो सरकार अपना काम कर रही है पूरा प्रेस उस पर लग रही है हमारा इशू किसानो के इशू है जो जिस जाति धर्म का है उसका है उसको मानते रहेंगे आप मस्जिद को मानते हैं तो आप मस्जिद को मानो आप मंदिर को नहीं माने हम मंदिर को मानते हैं हम मस्जिद को नहीं मानते देश में संविधान ने सबको राइट दिया है अपने धर्म को मानने का सबको अधिकार है वह अपने तरीके से पूजा पाठ सब कर रहा है सरकार का जो काम है जहां से सरकार को वोट मिलेगी सरकार के एजेंडे मे शामिल है उसका काम करेगा गन्ना किसान को गन्ना डालना है वह अपनी पर्ची की बात करेगा सरकार अपनी वोट की बात करेगा.यह जो नोएडा का किसान है यह अपनी जमीन की बात करेगा दुकानदार अपने सामान की बात करेगा।
उसका संयुक्त किसान मोर्चा उसके लिए एक बड़ा प्लेटफार्म है पूरे देश के लोग उसे पर काम कर रहे हैं अपने-अपने स्टेट पर अपने अपने जिलों में लोग अपने-अपने संगठनों पर काम करते हैं लेकिन जब नेशनल इशू आता है तो उसे पर संयुक्त मोर्चा काम करता है हर क्षेत्र में अलग इशू है उस पर भी लोग काम करते हैं और आप अपने बैनर और अपने-अपने झंडे अपने अपने इशू को लेकर लोग काम कर रहे है।