पंचायत के तुगलकी फरमान ने ले ली नवयुवक की जान
झाँसी की मोठ कोतवाली क्षेत्र के एक गाँव में नवयुवक ने फाँसी के फंदे पर झूल कर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया, लेकिन इस मौत का जिम्मेदार मृतक के भाई ने गांव की पंचायत को ठहरा दिया, सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल पहुंचा और फोरेंसिक टीम को बुलाया, जिसके बाद पुलिस ने मृतक के शव को फाँसी के फंदे से उतार कर पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए झाँसी भेज दिया।
पूरा मामला मोठ कोतवाली क्षेत्र के चेलरा गाँव का है, जहाँ के निवासी 18 वर्षीय दिनेश ने अपने पशु बेड़ा में फाँसी लगा कर जान दे दी, जिसके बाद मृतक के भाई रामचंद्र पाल ने दिनेश की मौत का जिम्मेदार गाँव की पंचायत को ठहरा दिया, मृतक दिनेश के बड़े भाई का आरोप है कि उसका भाई गाँव में ही ट्रैक्टर से जा रहा था इस दौरान गाय का बछड़ा ट्रैक्टर से टकरा गया, जिसमें वह चोटिल हो गया था, रामचंद्र ने बताया कि हम लोगों ने उसका इलाज भी किया लेकिन बछड़े की मौत हो गई, जिसके बाद गाँव में पंचायत लगी और गाँव के लोगों ने गाय के बछड़े की मौत के ऐवज में कर्मकांड के तौर पर गंगा स्नान करने का फैसला सुना दिया, जिसके बाद दिनेश गंगा स्नान करने के लिए बिठूर गया और वहां से लौटने के बाद फिर पंचायत लगी, गांव में भागवत कथा, भंडारा करने की बात पंचायत में कहीं गई, ऐसा न करने पर गांव से उसका बहिष्कार कर दिया जाता, फैसले के बाद से ही दिनेश मानसिक तनाव में रहने लगा, पंचायत में सुनाए गए फैसले के कर्मकांड में लगभग ढाई से तीन लाख रुपए का खर्चा आ रहा था, जो की दिनेश व उसका परिवार करने में असमर्थ था, मानसिक तनाव के चलते दिनेश ने दो दिन से खाना भी नहीं खाया था और दोपहर के समय पशु बेड़ा में जाकर पेड़ से फांसी के फंदे पर झूल गया, सूचना पर मोठ कोतवाली में तैनात अतिरिक्त निरीक्षक कमल प्रताप सिंह, उपनिरीक्षक अशोक कुमार मौके पर पहुंचे और फोरेंसिक टीम की मदद से जांच पड़ताल की, इसके बाद पंचनामा भरते हुए मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए झाँसी भेज दिया।
पूरे मामले पर चेलरा गाँव के ग्राम प्रधान कैलाश राजपूत का कहना है कि गांव समाज में पंचायत का चलन सदियों से चला रहा है और गांव के प्रमुख लोगों की बात पंचायत में मानी जाती है, लेकिन दिनेश की मौत का पंचायत से कोई लेना-देना नहीं है, वहीं पुलिस क्षेत्राधिकार मोठ हरिमोहन सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टिया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन परिजनों के आरोपो के आधार पर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही कराई जा रही है, तहरीर के आधार पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।