जयन्ती पर याद किये गये पूर्व सांसद वृजभूषण तिवारी
सत्ता और सुविधा के लिए कभी नहीं दौड़े वृजभूषण तिवारी-महेन्द्रनाथ यादव
समाजवादी चिन्तक पूर्व सांसद बृजभूषण तिवारी को उनके 83 वें जन्म दिन पर याद किया गया। समाजवादी पार्टी कार्यालय पर रविवार को आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने वृजभूषण तिवारी के संघर्ष और योगदान को रेखांकित किया, कहा कि वे रचनात्मक प्रतिरोध का आदर करते थे। सपा जिलाध्यक्ष एवं बस्ती सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि बृजभूषण तिवारी की राजनीति जनता के साथ शुरू होती है। वे सत्ता और सुविधा के लिए कभी नहीं दौड़े, वे छात्र जीवन से ही डा. राममनोहर लोहिया के निकट थे और लोहिया जी ने वृजभूषण तिवारी को सम्बोधित पुस्तक लिखा जिसमें युवा पीढी के अपेक्षाओं को रेखांकित किया गया है। उन्हें राजनीति, आध्यात्म का गहन ज्ञान थे और उनका पूरा जीवन समाजवादी विचारधारा को आगे बढाने में समर्पित रहा। उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।
पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय ने कहा कि अपनों में गुरूजी के नाम से लोकप्रिय वृजभूषण तिवारी ने कार्यकर्ताओं को संगठन मजबूत करने का तरीका बताया। वे गहन अध्ययन करते थे और रामायण, महाभारत, कुरान, बाईबिल आदि से जब उदाहरण प्रस्तुत करते तो चाहे संसद हो या कार्यकर्ताओं के बीच उनका सम्बोधन लोगों को प्रेरणा देता था। वे विरले सांसद थे जो सहजता से पैदल चलते या रिक्शे पर बैठकर शहर में घूमने के साथ ही किसी कार्यकर्ता के मिलने पर रूक जाते थे।
सपा के वरिष्ठ नेता दयाशंकर मिश्र, वृजेश मिश्र, जावेद पिण्डारी, सुरेन्द्र सिंह ‘छोटे’ जमील अहमद आदि ने कहा कि युवा पीढी को वृजभूषण तिवारी से प्रेरणा लेकर आगे बढना होगा। कहा कि सहजता और कार्यकर्ताओं को हर स्तर पर सहयोग करना वृजभूषण तिवारी का स्वभाव था। उन्होने समाजवाद को नई दिशा दिया। कहा कि नियति ने असमय उन्हें हमसे छीन लिया। उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा। वृजभूषण तिवारी सच्चे अर्थो में समाजवादी थे, सांसद होने के बाद भी रिक्शे पर उनका बस्ती में चलना अब सिर्फ यादों में है।
जन्म दिन पर वृजभूषण तिवारी को नमन् करने वालों में सपा नेता मो. स्वालेह, अरविन्द सोनकर, भोला पाण्डेय, युनूस, राम प्रकाश, दिनेश तिवारी, विपिन त्रिपाठी, अजय यादव, गुड्डू पाण्डेय, प्रशान्त यादव, उदित पाण्डेय, राहुल सोनकर, संजय गौतम, हरीश गौतम, विश्वम्भर चौधरी, विवेक यादव डिम्पल, विजय यादव, घनश्याम यादव, गिरीश चन्द्र, हनुमान गौड़, राजाराम यादव, अशोक यादव, राहुल सोनकर, मन्नू सिंह, श्याम यादव, डब्लू यादव, रामू यादव, मुरली पाण्डेय, गौरीशंकर यादव आदि शामिल रहे।
पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय ने कहा कि अपनों में गुरूजी के नाम से लोकप्रिय वृजभूषण तिवारी ने कार्यकर्ताओं को संगठन मजबूत करने का तरीका बताया। वे गहन अध्ययन करते थे और रामायण, महाभारत, कुरान, बाईबिल आदि से जब उदाहरण प्रस्तुत करते तो चाहे संसद हो या कार्यकर्ताओं के बीच उनका सम्बोधन लोगों को प्रेरणा देता था। वे विरले सांसद थे जो सहजता से पैदल चलते या रिक्शे पर बैठकर शहर में घूमने के साथ ही किसी कार्यकर्ता के मिलने पर रूक जाते थे।
सपा के वरिष्ठ नेता दयाशंकर मिश्र, वृजेश मिश्र, जावेद पिण्डारी, सुरेन्द्र सिंह ‘छोटे’ जमील अहमद आदि ने कहा कि युवा पीढी को वृजभूषण तिवारी से प्रेरणा लेकर आगे बढना होगा। कहा कि सहजता और कार्यकर्ताओं को हर स्तर पर सहयोग करना वृजभूषण तिवारी का स्वभाव था। उन्होने समाजवाद को नई दिशा दिया। कहा कि नियति ने असमय उन्हें हमसे छीन लिया। उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा। वृजभूषण तिवारी सच्चे अर्थो में समाजवादी थे, सांसद होने के बाद भी रिक्शे पर उनका बस्ती में चलना अब सिर्फ यादों में है।
जन्म दिन पर वृजभूषण तिवारी को नमन् करने वालों में सपा नेता मो. स्वालेह, अरविन्द सोनकर, भोला पाण्डेय, युनूस, राम प्रकाश, दिनेश तिवारी, विपिन त्रिपाठी, अजय यादव, गुड्डू पाण्डेय, प्रशान्त यादव, उदित पाण्डेय, राहुल सोनकर, संजय गौतम, हरीश गौतम, विश्वम्भर चौधरी, विवेक यादव डिम्पल, विजय यादव, घनश्याम यादव, गिरीश चन्द्र, हनुमान गौड़, राजाराम यादव, अशोक यादव, राहुल सोनकर, मन्नू सिंह, श्याम यादव, डब्लू यादव, रामू यादव, मुरली पाण्डेय, गौरीशंकर यादव आदि शामिल रहे।