शादी समारोह में मीट परोसने की प्रशासन से परमिशन मांगती महिला का वीडियो वायरल होने पर हड़कंप, प्रशासन ने किया खंडन।
एक महिला का मीडिया कर्मी से बात करता हुआ वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कथित रूप से वह महिला एक मीडिया कर्मी से यह कह रही है कि उसकी बेटी की शादी है। चूंकि नवरात्र चल रहे हैं इस लिए वह डीएम साहब के कार्यालय आई थी ताकि शादी समारोह में मीट परोसने की परमिशन मिल जाये, डीएम साहब तो मिले नहीं एसडीएम साहब ने अनुमति देने से मना कर दिया।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया और जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच करने के आदेश दे दिए हैं। डीएम रामपुर जोगिंदर सिंह के अनुसार उनके कार्यालय में ऐसी कोई महिला आई ही नहीं, ना ही ऐसा कोई प्रार्थना पत्र ही प्राप्त हुआ है साथ ही एसडीएम द्वारा कथित रूप से शादी समारोह में मीट परोसने की परमिशन देने से इनकार करने वाली बात भी निराधार बताई।
महिला का नाम ज्ञात नहीं हो सका जो की जांच के बाद पता चल सकेगा लेकिन उसे महिला का एक और वीडियो वायरल होने लगा जिसमें वह कह रही है की नवरात्रों के दौरान उसकी बेटी की शादी होने के चलते वह मिट परोसने की परमिशन के लिए गई थी लेकिन वह नहीं चाहती कि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे क्योंकि नवरात्रों के दौरान अक्सर हिंदू भाई बहन मीट मछली आदि से सख्त परहेज करते हैं इसलिए उसने अपना विचार बदल दिया और अब अपनी बेटी की शादी में वेजीटेरियन खाना ही रखेगी।
महिला का दूसरा वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली लेकिन यह वीडियो क्यों वायरल हुआ इस भ्रामक वीडियो को फैलाने के पीछे कौन लोग हैं इसकी जांच में प्रशासन जुड गया है।
वायरल वीडियो में महिला ने कहा,, मेरी बेटी की शादी है 6 अक्टूबर को और नवरात्रि चल रहे हैं तो मुझे परमिशन चाहिए थी डीएम सर की मीट अलाव करने की।
यह पूछे जाने पर की किस चीज की परमिशन चाहिए थी इस पर महिला ने कहा शादी के लिए मीट की परमिशन चाहिए थी मीट आलो करने के लिए।
यह पूछे जाने पर की अभी आपको मालूम है कि नवरात्रि में अलाव नहीं है तो कैसे अलाव कर देंगे उम्मीद है आपको डीएम सर से? इस पर महिला ने बताया,, एक्चुअली सर हमें पता नहीं था नवरात्र का, उम्मीद है सर से शायद अलाव कर दें।
यह पूछे जाने पर लेकिन सरकार का आदेश है इस पर महिला ने कहा आदेश तो नहीं है सरकार का।
यह पूछे जाने पर कि आगे क्या करेंगे इस पर महिला ने कहा अगर नहीं मिलेगा तो नहीं करेंगे।
महिला ने अपनी दूसरे वायरल वीडियो में कहा,, डीएम के यहां प्रार्थना पत्र मैंने इसलिए दिया था क्योंकि मेरी बेटी की शादी है उसमें आप सभी लोग जानते हैं कि नॉनवेज का यूज होता है जब मैं डीएम सर के ऑफिस पहुंची वहां एसडीएम साहब बैठे थे तो मैंने उनसे कहा कि मेरी बेटी की शादी है मुझे नॉनवेज की परमिशन चाहिए तो उन्होंने कहा कि आपको पता है कि नॉनवेज की परमिशन नहीं मिल सकती वहीं जाकर मुझे पता चला तो फिर हमने सोचा कि किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचना चाहिए तो हमने अपना प्रोग्राम फॉरेन कैंसिल कर दिया और वेज का ही इंतजाम किया हमने मेरी बेटी की शादी में और जहां से मेरी बेटी की शादी हो रही है जब उन लोगों को यह बात पता चली तो उन्होंने भी अपना प्रोग्राम चेंज करके वेज का ही प्रोग्राम कर दिया और इसीलिए वेज प्रोग्राम किया है ताकि हमारी तरफ से किसी भी हमारे नॉन मुस्लिम भाई-बहन हैं उनको किसी भी प्रकार की ठेस नहीं पहुंचे और एक संदेश भी देना चाहती हूं लोगों को जरूरी नहीं की शादी में नॉनवेज ही करें वेज से भी अपना प्रोग्राम कर सकते है और मैंने तो इतनी जल्दी फैसला लिया है क्योंकि मेरी बेटी की शादी में सिर्फ एक दिन ही था इसमें थोड़ा चार्ज भी बड़ा है लेकिन इसकी कोई परवाह नहीं की क्योंकि मैं जानती हूं नवरात्रों में सब कुछ बंद होता है और सरकार की तरफ से भी अलाव नहीं है और अब यह मेरा प्रोग्राम चेंज हुआ है।
इस विषय पर जिलाधिकारी रामपुर जोगिंदर सिंह ने बताया,, सोशल मीडिया पर और आप लोगों के माध्यम से ही मेरे संज्ञान में आया यह मामला और इस संबंध में हम उस महिला का नाम और पता पता करने की हम कोशिश कर रहे हैं उसने एक वीडियो जारी किया है के उसने एक एप्लीकेशन जिलाधिकारी को दी थी जिलाधिकारी कार्यालय में और ज़िला अधिकारी कार्यालय से आदेश जारी हुआ है कि यह परमिशन आपको नहीं दी जाएगी ज़िला अधिकारी ने कहा यह पूर्णतया भ्रामक तथ्यों से परे हैं ऐसा कोई भी एप्लीकेशन हमारे कार्यालय में प्राप्त नहीं हुआ था और ऐसी कोई महिला हमारे कार्यालय में ना हम लोगों से मिली थी और ना इस तरह का उसने कोई आवेदन किया था और ना ही यहां से कोई इस तरह का आदेश पारित किया जा सकता है जो निजी कार्यक्रम होते हैं उस पर कोई ऐसा प्रतिबंध लगा सके ज़िला अधिकारी ने कहा एक वीडियो महिला का खंडन का भी प्रकाश में आया है उस महिला ने खुद इस चीज का खंडन किया है उसके द्वारा कोई ऐसी शिकायत नहीं की गई है जो संबंधित जिला सूचना अधिकारी हैं उनको अग्रिम कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है शासन और प्रशासन की छवि धूमिल करने के लिए इस तरह का वीडियो क्यों जारी किया गया इसके पीछे कौन लोग हैं।