पहले आया एक लाख का बिजली बिल फिर आया आठ हजार, परेशान युवक ने लगाई फांसी, बिजली विभाग के अधिकारी ने कहा पारिवारिक वजह से लगाई फांसी।
यूपी के उन्नाव में एक युवक के घर बिजली का बिल पहले एक लाख रुपए बढ़कर आया फिर अगले महीने आठ हजार का बिल आने से मानसिक परेशान होकर युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनो ने बिजली विभाग पर आरोप लगाया है कि बिजली का बिल बढ़ाकर भेजने पर बेटे ने परेशान होकर सुसाईड कर लिया है वही बिजली विभाग के अधिकारियों वजह उनकी पारिवारिक वजह से फांसी लगाने की बात कही है।
मामला अचलगंज थाना क्षेत्र के कुशलपुर वसैना गांव का है जहां गांव में रहने वे शिवम राजपूत मजदूरी कर अपना परिवार का पालन पोषण करता था । मृतक शिवम के पिता महादेव का आरोप है कि उनके घर का बिजली का बिल पिछले महीने बिजली विभाग की लापरवाही के चलते एक लाख से ज्यादा का भेज दिया गया था अब बिजली का बिल 8 हजार रुपए भेज दे दिया गया है जिससे उनका बेटा परेशान रहने लगा था इतना बिल आने पर बेटा मानसिक परेशान हो गया था मै खेत में काम करने गया था तभी उनके बेटे ने भूसा के कमरे में जाकर कुंडे से फांसी लगाकर जान दे दी। पिता महादेव ने बिजली विभाग पर बिजली का बिल बढ़ाकर भेजने पर बेटे ने फांसी लगाकर जान देने का आरोप लगाया है।
मृतक शुभम ने 2022 में 600 रुपए जमा करके बिजली का कनेक्शन लिया था बताया जा रहा है मृतक के घर में दो बल्ब, एक पंखा, और एक टीवी के अलावा अन्य कोई बिजली का उपकरण नहीं है । बिजली विभाग की तरफ से 1 सितंबर 2024 को मृतक शुभम को 1 लाख 9 हजार 221 रुपए का बिजली का बिल भेज दिया गया था । काफी भागादौड़ी शिकायत के बाद बिल 16, 377 रुपए कर दिया गया गया जिसको मृतक शुभम ने 14 सितंबर को किसी तरफ उसे जमा कर दिया था। लेकिन बिजली विभाग की तरफ से 7 अक्टूबर को फिर से बिल बढ़ाकर 8 ,223 रुपए भेज दिया गया जिससे मानसिक परेशान होकर शुभम ने कमरे में जाकर फांसी लगाकर जान दे दी।
घटना के बाद परिजनो में कोहराम मच गया सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बिजली विभाग के बढ़े बिल की जांच में पता चला कि 8,223 का संशोधित बिल सिर्फ 150 रुपए ही निकला है बिजली विभाग के अधिकारी ऑनलाइन बिल में कुछ तकनीकी कमी के चलते ज्यादा बिल आने की सफाई दे रहे है वही पिता के द्वारा लगाए जा रहे आरोप को भी बिजली विभाग के अधिकारी गलत बता किसी पारिवारिक वजह से सुसाइड करने की बात कह रहे है ।
इस मामले में मध्यांचल विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता रामप्रीत प्रसाद का कहना है कि अचंलगंज के कुशलपुर गांव निवासी मृतक शुभम की मृत्यु ज्यादा बिजली का बिल आने की वजह से सुसाईड करने की खबर प्रकाशित हो रही है इस मामले में बताना है कि ग्राम कुशलपुर का चयन BI - MONTHALY बिलिंग के तहत किया गया था 1-9-24 को उपभोक्ता का बिल निर्वत किया गया था जिसका बिल 1 लाख 9 हजार 221 रुपए थी उपभोक्ता द्वारा गलत बिल की शिकायत पर खंड अधिकारी बंथर द्वारा 9-9-24 को उपभोक्ता की मीटर रीडिंग मंगा करके 547 रीडिंग डालकर बिल सही कर दिया गया । उपभोक्ता द्वारा 16,377 रुपए बिल को 14 सितंबर को जमा किया गया जिसका बकाया खत्म हो गया 7-10-24 को अक्टूबर को मीटर रीडर द्वारा माह का मीटर रीडिंग 580 रुपए का 33 रीडिंग का बिल बना पर सिस्टम से 1500 यूनिट का 8,306 का निर्गत हुआ मृतक की पत्नी को बता दिया गया था यह गलत है इसको संशोधित कर डेढ़ सौ से दो सौ के बीच आयेगा । हर बिजली घर में यह व्यवस्था है कि सीलिंग का बिल रिवाइज किया जाएगा। बिल ज्यादा आने की वजह से नहीं बल्कि आसपास के लोगों से पता चला कि पारिवारिक किसी वजह से यह कदम उठाया गया है ना कि बिजली का बिल ज्यादा आने पर।
अब सवाल यह उठता है कि जब मीटर रीडर चली मीटर रीडिंग को नोटडाउन करके ही बिजली का बिल निकाला है तो बिजली का बिल कैसे बढ़कर आ जाता है । विभाग के अधिकारी तो यह बात कह रहे है कि ऑनलाइट कमी के कारण बिजली का बिल बढ़ के आ गया था पर अपनी कमी को छुपा कर सफाई देने के लिए सामने आकर बोल रहे है सवाल है जो कारण मृतक शुभम का बताया जा रहा है वह सही है तो इस पर किसी जिम्मेदारी बनती है यह अधिकारी नहीं बता रहे है ।