शिक्षक दिवस पर शिक्षक हुए सम्मानित
शिक्षक दिवस के अवसर पर जिला शिक्षा में प्रशिक्षण संस्थान के विवेकानंद सभागार में सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक बस्ती मंडल संजय शुक्ला तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार द्वारा जनपद के 54 शिक्षकों को उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान प्रमाण पत्र मोमेंटो तथा अंगवस्त्र प्रदान किया गया सर्वप्रथम जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार द्वारा सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक बस्ती मंडल संजय शुक्ला को बुके तथा पुस्तक देकर स्वागत किया गया स्वागत के चरणों में जिला समन्वयक प्रशिक्षण स्वप्निल श्रीवास्तव जिला समन्वयक समेकित शिक्षा सुनील त्रिपाठी खंड शिक्षा अधिकारी विनोद त्रिपाठी विजय आनंद प्रभात श्रीवास्तव सी पी गोंड़ धीरेंद्र त्रिपाठी आशीष श्रीवास्तव सर्वेष्ट मिश्रा अंगद पांडे ने मुख्य अतिथि तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का बुके तथा पुस्तक देकर स्वागत किया स्वागत के क्रम में इस अवसर पर मुख्य अतिथि सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक बस्ती मंडल संजय शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत रत्न दार्शनिक और विश्व दार्शनिक सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले एक ऐसे व्यक्तित्व के रूप में रहे हैं जिन्हें प्रत्येक शिक्षक को आत्मसात करना जरूरी है सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक प्रसिद्ध दार्शनिक, राजनेता और शिक्षक भी थे। उन्होंने अपने जन्मदिन को उनके निजी उत्सव के रूप में मनाने की बजाय शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया, ताकि समाज में शिक्षकों की महत्व को पहचाना जा सके।अपने संबोधन में स्टालिन और सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बीच के संवाद से कैसे विश्व पटल पर भारत को अंकित किया जा सकता है का बखान किया शिक्षक के मूल गुना में निष्पक्षता बौद्धिकता और संपूर्णता निहित होनी चाहिए इसी क्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार ने अपने संबोधन में कहा शिक्षक समाज का दर्पण होते हैं और शिक्षक अपने कर्तव्यों में ईमानदारी और निष्ठा से प्रत्येक दिन को बच्चों के लिए कार्य करते हुए शिक्षक दिवस के भाव को महसूस कर सकता है भारत सदैव से नवाचारों का नेतृत्व करने वाला देश रहा है और शिक्षक के अपने कार्य और दायित्व समाज में बड़ा अंतर लाने में सहायक साबित हो सकते हैं।डॉ. राधाकृष्णन की जयंती भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाई जाती है। डॉ. राधाकृष्णन को देश के विकास में उनके महान योगदान के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया आप सभी शिक्षकों को उनके प्रतिरूप के रूप में उनके द्वारा बताए गए मंत्र को विद्यालयों पर लागू करना है। संबोधन के अगले चरण में खंड शिक्षा अधिकारी सादर विनोद त्रिपाठी ने बताया शिक्षक को मात्र अच्छी तरह अध्यापन करके ही संतुष्ट नहीं हो जाना चाहिए। उसे अपने छात्रों का स्नेह और आदर अर्जित करना चाहिए। सम्मान शिक्षक होने भर से नहीं मिलता, उसे अर्जित करना पड़ता है ।
कार्यक्रम का संचालन एस आर जी आशीष कुमार श्रीवास्तव ने किया ।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से डायट प्रवक्ता अलाउद्दीन मोहम्मद इमरान गोविंद प्रसाद शशि दर्शन त्रिपाठी कल्याण पांडे वंदना चौधरी सरिता चौधरी अमन सेन प्रमोद सिंह दुर्गेश यादव ललित उपाध्याय राजू उपाध्याय परिणीता सिंह अंकिता सिंह कृष्ण कुमार पांडे राम भवन मौर्य आदि उपस्थित रहे।
