पुण्य तिथि पर याद किये गये बाबू शिवदयाल सिंह चौरसिया
गोष्ठी में सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, आर्थिक योगदान पर विमर्श चौरसिया उत्थान समिति द्वारा बुधवार को अटल बिहारी बाजपेई प्रेक्षागृह में बाबू शिवदयाल सिंह चौरसिया एडवोेकेट एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य के 30 वीं पुण्य तिथि पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुये पूर्व राज्यमंत्री कैलाशनाथ चौरसिया ने कहा कि बाबू शिवदयाल सिंह ने चौरसिया समाज को एक जुट करने की दिशा में जो कार्य किया उसे आगे बढाने की जरूरत है। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कहा कि बदलते परिवेश में चौरसिया समाज को अपने राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक परिदृश्य के लिये एक जुटता बनाये रखनी होगी।
गोष्ठी को प्रो. लक्ष्मण यादव, विधायक सुरेन्द्र चौरसिया, रामेश्वर चौरसिया के साथ ही चिरंजीव चौरसिया, जनक नन्दनी चौरसिया, हजारीलाल चौरसिया, राकेश चौरसिया, राम करन चौरसिया, राजेन्द्र चौरसिया, दिलीप चौरसिया, शिवदयाल के प्रपोत्र दीपक चौरसिया, कृष्णा चौरसिया, सोनी, चौरसिया, ईशू चौरसिया, विजय चौरसिया आदि ने चौरसिया समाज के इतिहास, उत्थान, सामाजिक चुनौतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि राजनीतिक भागीदारी और शिक्षा से ही समस्याओं का हल निकलेगा। अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में कोताही न करें। सम्मेलन में चौरसिया समाज के सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक क्षेत्र में योगदान एवं स्थिति तथा राजनीतिक एकजुटता पर विचार विमर्श कर निर्णय लिये गये।
चौरसिया उत्थान समिति के जिलाध्यक्ष संजय चौरसिया ने अतिथियों का स्वागत करते हुये कहा कि गोष्ठी में जो विचार आये हैं उसे जमीनी धरातल पर उतारने की पहल किया जायेगा। संचालन करते हुये रामजीत चौरसियां ने समाज की समस्याओं और संकल्पों पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में अतिथियों को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
चौरसिया उत्थान समिति के जिलाध्यक्ष संजय चौरसिया ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य संरक्षक धर्मेन्द्र चौरसिया, रामकरन चौरसिया, कोर कमेटी सदस्य रामजीत चौरसिया, रामतीर्थ चौरसिया, रामशंकर चौरसिया, अजय चौरसिया, सुखराम चौरसिया, राजेन्द्र चौरसिया, विन्देश्वरी चौरसिया, राजू चौरसिया, राजेन्द्र चौरसिया, नमन चौरसिया के साथ ही ज्ञानी चौरसिया, महेश चौरसिया, प्रमोद चौरसिया, बंशराज, सौरभ, आशीष, आलोक, श्याम, राजू, हीरालाल चौरसिया, राजेश, शिव प्रसाद, राजेन्द्र प्रधान, अरविन्द प्रधान, सुनील प्रधान, जितेन्द्र, प्रवीन, शकुन्तला चौरसिया, अच्छेलाल चौरसिया, पंकज चौरसिया, मिथलेश चौरसिया, मंजू चौरसिया, रानी, रश्मि, शिखा, संध्या चौरसिया के साथ ही बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर, महराजगंज, देवरिया, फैजाबाद, बाराबंकी एवं बिहार राज्य के अनेक क्षेत्रों से चौरसिया उत्थान समिति के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और चौरसिया समाज के लोगों ने हिस्सा लिया।
गोष्ठी को प्रो. लक्ष्मण यादव, विधायक सुरेन्द्र चौरसिया, रामेश्वर चौरसिया के साथ ही चिरंजीव चौरसिया, जनक नन्दनी चौरसिया, हजारीलाल चौरसिया, राकेश चौरसिया, राम करन चौरसिया, राजेन्द्र चौरसिया, दिलीप चौरसिया, शिवदयाल के प्रपोत्र दीपक चौरसिया, कृष्णा चौरसिया, सोनी, चौरसिया, ईशू चौरसिया, विजय चौरसिया आदि ने चौरसिया समाज के इतिहास, उत्थान, सामाजिक चुनौतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि राजनीतिक भागीदारी और शिक्षा से ही समस्याओं का हल निकलेगा। अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में कोताही न करें। सम्मेलन में चौरसिया समाज के सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक क्षेत्र में योगदान एवं स्थिति तथा राजनीतिक एकजुटता पर विचार विमर्श कर निर्णय लिये गये।
चौरसिया उत्थान समिति के जिलाध्यक्ष संजय चौरसिया ने अतिथियों का स्वागत करते हुये कहा कि गोष्ठी में जो विचार आये हैं उसे जमीनी धरातल पर उतारने की पहल किया जायेगा। संचालन करते हुये रामजीत चौरसियां ने समाज की समस्याओं और संकल्पों पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में अतिथियों को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
चौरसिया उत्थान समिति के जिलाध्यक्ष संजय चौरसिया ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य संरक्षक धर्मेन्द्र चौरसिया, रामकरन चौरसिया, कोर कमेटी सदस्य रामजीत चौरसिया, रामतीर्थ चौरसिया, रामशंकर चौरसिया, अजय चौरसिया, सुखराम चौरसिया, राजेन्द्र चौरसिया, विन्देश्वरी चौरसिया, राजू चौरसिया, राजेन्द्र चौरसिया, नमन चौरसिया के साथ ही ज्ञानी चौरसिया, महेश चौरसिया, प्रमोद चौरसिया, बंशराज, सौरभ, आशीष, आलोक, श्याम, राजू, हीरालाल चौरसिया, राजेश, शिव प्रसाद, राजेन्द्र प्रधान, अरविन्द प्रधान, सुनील प्रधान, जितेन्द्र, प्रवीन, शकुन्तला चौरसिया, अच्छेलाल चौरसिया, पंकज चौरसिया, मिथलेश चौरसिया, मंजू चौरसिया, रानी, रश्मि, शिखा, संध्या चौरसिया के साथ ही बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर, महराजगंज, देवरिया, फैजाबाद, बाराबंकी एवं बिहार राज्य के अनेक क्षेत्रों से चौरसिया उत्थान समिति के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और चौरसिया समाज के लोगों ने हिस्सा लिया।