बेटियों पर हो रहे जुल्म, बलात्कार, हत्या के खिलाफ निकाला कैन्डिल मार्च
बेटियों की सुरक्षा के लिये कड़े कदम उठाये सरकार-सैय्यद दानिश
देश में लगतार बढ रही बलात्कार, हत्या की घटनाओें से रोष का माहौल है। गुरूवार को शिक्षक मोहम्मद नदीम खान के नेतृत्व में कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या सहित अन्य घटनाओें के विरोध में रामपुर पेट्रोल पंप से मेडिकल कालेज गेट तक कैन्डिल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
बसपा नेता एवं लोकसभा 62 संतकबीर नगर से बसपा प्रत्याशी रहे सैय्यद दानिश भी कैन्डिल मार्च में शामिल हुये। कहा कि कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के अलावा अन्य राज्यों से भी ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं जो चिन्ताजनक है। केन्द्र और राज्य सरकारों को इस दिशा में तत्काल प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है जिससे बेटियां सुरक्षित रहे।
शिक्षक मोहम्मद नदीम खान ने कहा कि कोलकाता बलात्कार और हत्या के कुछ दिनों के अंदर ही उत्तराखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश से यौन हिंसा के कई संगीन मामले सामने आए हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि देश भर में महिलाओं और युवा लड़कियों के खिलाफ हिंसा जारी है। यह चिंता का कारण है कि निर्वाचित प्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी और कुछ राजनीतिक दल ऐसे मामले में न्याय दिलाने की बजाय सरकारी तंत्र की विफलता पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे है, जबकि कुछ पीड़िता को न्याय दिलाने की बजाय राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश में जुटे हैं। ऐसे अपराधों की रोकथाम के बारे में चिंतित होने के बजाय, राज्य और केंद्र सरकार बयानबाजी में उलझ रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। अच्छा हो कि यौन हिंसा और हत्या के मामलों में केन्द्र और राज्य की सरकारें नियंत्रण की दिशा में कदम उठाये और दोषियों को कड़ा दण्ड दिलाया जाय।
कैन्डिल मार्च में मुख्य रूप से बदरे आलम,मो.मारूफ ,संजय यादव, शाह आलम, मोहम्मद नौशाद, मो. आरिफ, शकील छितही, ऐहसानुल्लाह कैफ, सलमान शाह, राज यादव, संजय यादव उर्फ चट्टान सिंह यादव आदि शामिल रहे।
बसपा नेता एवं लोकसभा 62 संतकबीर नगर से बसपा प्रत्याशी रहे सैय्यद दानिश भी कैन्डिल मार्च में शामिल हुये। कहा कि कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के अलावा अन्य राज्यों से भी ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं जो चिन्ताजनक है। केन्द्र और राज्य सरकारों को इस दिशा में तत्काल प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है जिससे बेटियां सुरक्षित रहे।
शिक्षक मोहम्मद नदीम खान ने कहा कि कोलकाता बलात्कार और हत्या के कुछ दिनों के अंदर ही उत्तराखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश से यौन हिंसा के कई संगीन मामले सामने आए हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि देश भर में महिलाओं और युवा लड़कियों के खिलाफ हिंसा जारी है। यह चिंता का कारण है कि निर्वाचित प्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी और कुछ राजनीतिक दल ऐसे मामले में न्याय दिलाने की बजाय सरकारी तंत्र की विफलता पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे है, जबकि कुछ पीड़िता को न्याय दिलाने की बजाय राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश में जुटे हैं। ऐसे अपराधों की रोकथाम के बारे में चिंतित होने के बजाय, राज्य और केंद्र सरकार बयानबाजी में उलझ रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। अच्छा हो कि यौन हिंसा और हत्या के मामलों में केन्द्र और राज्य की सरकारें नियंत्रण की दिशा में कदम उठाये और दोषियों को कड़ा दण्ड दिलाया जाय।
कैन्डिल मार्च में मुख्य रूप से बदरे आलम,मो.मारूफ ,संजय यादव, शाह आलम, मोहम्मद नौशाद, मो. आरिफ, शकील छितही, ऐहसानुल्लाह कैफ, सलमान शाह, राज यादव, संजय यादव उर्फ चट्टान सिंह यादव आदि शामिल रहे।