बीजेपी नेता की चेतावनी
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसमें अपनी ही सरकार में भाजपा कार्यकर्ता थाने में धरने पर बैठने को मजबूर हो गए।
दरअसल खतौली कोतवाली क्षेत्र स्थित खतौली कस्बे में गुरुवार को एक प्रॉपर्टी विवाद के चलते विशेष समुदाय के एक युवक काशिफ़ ने भाजपा किसान मोर्चा के जिला मंत्री विनीत ठाकुर के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दे डाला था इस घटना में जहाँ बीजेपी नेता को गंभीर चोटें आई तो वही घटना की सूचना पर पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन पीड़ित भाजपा नेता विनीत ठाकुर का आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने आरोपी का 151 में चालान कर मामले की इति श्री कर दी थी। जिसके चलते इस मामले में आरोपियों पर उचित कार्रवाई को लेकर शुक्रवार को भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजू अहलावत के साथ सैकड़ो भाजपा कार्यकर्ताओं ने खतौली कोतवाली में पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया ।
इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा के मुजफ्फरनगर जिला अध्यक्ष राजू अहलावत ने तो अपनी ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारी सरकार की पुलिस बेलगाम है यह केवल खतौली पुलिस का मामला नहीं है बल्कि पश्चिमी यूपी का मामला है राजू अहलावत ने कहां की मैं सरकार को यही कहूंगा कि अगर आपको कल अपनी सरकार के विधायक लाने हैं और सरकार चलानी है तो कार्यकर्ताओं पर ध्यान दो क्योंकि किसी के हाथ तोड़े जा रहे हैं और किसी के सिर फोड़ जा रहे हैं।
आपको बता दे की मामला बढ़ता देख अब पुलिस के आलाधिकारी भी इस मामले में वादी के बयान के आधार पर सुसंगत धारा बढ़ाये जाने की बात कह रहे हैं।
इस मामले में जहां पीडीत विनीत ठाकुर का कहना है कि यह सारी मारपीट काशिफ पुत्र फिरोज ने की है जिन्होंने मेरे प्लाट पर जाकर कब्जा किया और जब मैं पुलिस के साथ वहां गया तो उन्होंने पुलिस व मुझ पर हमला किया और जैसे ही इन्होंने फवड़ा मारा मैंने उसे हाथ से बचाया अगर मैं हाथ ना हटाता तो संभवत मेरे सिर पर ही आता, पुलिस ने जो कार्रवाई की है उनका बस 151 में चालान करके भेज दिया है और मुझे प्रशासन से केवल इतनी ही उम्मीद है और मैं चाहता हूं कि उन लोगों को अच्छी धाराएं लगायें, यह पुलिस के सामने मारपीट हुई थी जिसकी वीडियो आदि सब है एवं सब लोगों ने वहां वीडियो बनाई है और वह सब मैं पुलिस को उपलब्ध भी कर दी है इसके बाद एक मुजरिम को उठाकर भी लाये और चोपले पर जाकर उसे गाड़ी से उतार दिया तो रेड कमीज में था एक लड़का उसे छोड़ दिया गया और उसी ने सबसे ज्यादा बदतमीजी की रोड भी उसी ने मारने की कोशिश की वह भी पुलिस ने पकड़ी, मैंने न्याय की मांग की थी कि जो मेरे साथ मारपीट हुई है उनका सुसंगत धाराओं में चालान हो तो मेरी सिर्फ यही मांग है, मैं भाजपा किसान मोर्चा का जिला मंत्री हूँ एवं जब भाजपा सरकार में मेरे जैसे जिले के पदाधिकारी के साथ यह हो रहा है तो आम जनता के साथ क्या होगा।
तो वही भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजू अहलावत की माने तो देखिए पूरा मामला यह है कि पुलिस एवं प्रशासन द्वारा भारतीय जनता पार्टी का भरपूर तरीके से उत्पीड़न हो रहा है एवं वाक्य तो बहुत है लेकिन एक नया वाक्य यह है कि हमारे किसान मोर्चा का जिला मंत्री है विनीत ठाकुर तो उसकी कोई दुकान का मामला है और चलो दुकान आदि का मामला कोई इतनी बात नहीं है लेकिन पुलिस ने क्या काम किया क्योंकि कल उसने फोन लगाया को साहब को कप्तान साहब को और इंस्पेक्टर साहब व दरोगा को भी कि मेरे साथ यहां मारपीट हो सकती है और मेरी सहायता की जाए क्योंकि मेरी दुकान पर कब्जा होने लग रहा है तो इन लोगों ने बिल्कुल भी परवाह नहीं की एवं पल्ला झाड़ लिया और कहा कि 112 पर फोन लगा लो लेकिन खैर एक दरोगा है राहुल तो दो-तीन सिपाही को लेकर वह चला गया, इस दौरान पदाधिकारी एवं भाई के पुलिस के सामने ही बढ़िया मरम्मत उसकी उन लोगों ने करी एवं फावले व धारदार हथियार, हथोड़े आदि से की जो की वीडियो में भी है, इस दौरान उसके सिर पर मारा एवं फवला मारा वह उसके सिर पर नहीं लगा लेकिन हाथ पर लगा जिससे हाथ टूट गया और हाथ टूटने के उपरांत भी पुलिस दो-तीन को पड़कर लाई और वह शाम तक मामूली धाराओं में छोड़ दिए गए, हमारा कहना यही है कि अगर हमारे कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी पर जानलेवा हमला होगा एवं उनके हाथ टूटेंगे व सर फुटेंगे और आप लोग कार्रवाई के नाम पर केवल धप्पल देंगे साथ ही आरोपियों के वकील बनेंगे तो धरने पर तो बैठना पड़ेगा, निर्णय यह है की अनिश्चितकालीन धरना है और कल को पूरा कस्बा एवं देहात के जितने गांव हैं सब अपने ट्रैक्टर ट्राली लेकर यहां आएंगे और अनिश्चितकालीन धरना जब तक जब तक पुलिस प्रशासन की कार्य प्रणाली पार्टी के हित में नहीं होती है और हम कोई उनके लिए फांसी नहीं मांग रहे हैं हम केवल यह कह रहे हैं कि जो हमारे पदाधिकारी का हाथ टूटा है व सर फूटा है तो इतना काम तो कर दो कि दो-तीन दिन जेल ही रह आए लेकिन आप लोग उन्हें मेहमान की तरह पकड़ कर लाये और चोपले तक मामूली धाराओं में छोड़ कर गए तो क्या हमारे साथ में यही इंसाफ है, देखिए जो मैं देखता हूं और सोशल मीडिया के माध्यम से पढ़ता हूं हमारी सरकार की पुलिस आज की तारीख में बेलगाम है केवल एक खतौली पुलिस का मामला नहीं है यह पूरे जिले और पश्चिमी यूपी का मामला है और मैं आपके चैनल के माध्यम से सरकार को यही कहूंगा कि अगर आपको कल को अपनी सरकार के विधायक लाने हैं और सरकार चलानी है तो कार्यकर्ताओं पर ध्यान दो क्योंकि किसी के हाथ तोड़े जा रहे हैं तो किसी के सिर फोड़ जा रहे हैं तो बस इनका ध्यान कर लो।
आपको बता दे कि इस मामले में पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई के बाद भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं का ये धरना तो समाप्त हो गया है लेकिन बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि आखिरकार अपनी ही सरकार में क्या बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता सुरक्षित नहीं है।
बरहाल इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए सीओ खतौली यतेंद्र नागर ने बताया कि कल थाना खतौली पर मारपीट का एक प्रकरण सामने आया था जिसके क्रम में वादी के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था, आज वादी के साथ कुछ लोग इकट्ठा होकर के आए थे उनका कहना था कि एफआईआर में सुसंगत धाराओं का समायोजन नहीं किया गया है तो तत्काल पुलिस को निर्देशित किया गया तथा विवेचक के द्वारा वादी के बयानों के आधार पर विवेचना में सुसंगत धाराओं का समायोजन किया गया है और आगे मेडिकल एवं उपलब्ध साक्ष के आधार पर जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे उनके आधार पर विवेचनात्मक कार्रवाई की जाएगी और इस आश्वासन के बाद धरना फिलहाल समाप्त हो गया है अब किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं है।
बाइट = यतेंद्र नागर ( सीओ खतौली - मुज़फ्फरनगर )