बीती 22 जनवरी 24 को प्रभु श्री राम अपने भव्य महल में विराजमान हो गए हैं।इस बीच रोजाना लाखों लोगों ने दर्शन किए,लेकिन अब पुजारी को कई तरह की दिक्कत का सामना भी करना पड़ रहा है, लगभग 1000 करोड़ रुपए की लागत से बने राम मंदिर के गर्भगृह में कई तकनीकी की कमी है जिससे पुजारी परेशान दिख रहे हैं ।
गर्भगृह में रामलला को स्नान अभिषेक कराने के बाद जो पानी फर्श पर गिरता है, उसकी निकासी की व्यवस्था नहीं की गई है। राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने इस पर कई सारे सवाल भी खड़े किए है।राम मंदिर के मुख्य पुजारी का कहना है कि जब प्रभु राम का श्रृंगार होता है उसके पहले प्रतिदिन उन्हें स्नान कराया जाता है, जिसमें सरयू जल के अलावा उन्हें मधु पर्क से भी स्नान कराया जाता है। मधु पर्क में दूध, दही, घी, शहद मिला होता है। इससे स्नान करने के बाद उन्हें फिर सरयू जल से नहलाया जाता है,लेकिन स्नान के बाद जो पानी फर्श पर गिरता है उसे कहां ले जाया जाए यह बड़ा सवाल है। क्योंकि गर्भगृह में पानी निकालने का साधन नहीं है । मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि गर्भगृह तो अच्छा बना है. लेकिन, भौतिक सुविधा नहीं है. इतना ही नहीं चिलचिलाती धूप और गर्मी में प्रभु राम कूलर के सहारे हैं,AC भी खराब पड़ा है।