सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव पहुंचे कासगंज में
बीजेपी पर बोला जमकर हमला सरकार ने नौजवानो के साथ धोखा किया- अखिलेश यादव
बीजेपी नहीं देना चाहती बेरोजगारों को नौकरी- अखिलेश यादव
अग्निवीर व्यवस्था से कोई खुश नहीं,नहीं हो सकती सीमाओ की सुरक्षा- अखिलेश यादव,
20 हजार से अधिक समर्थकों को किया संबोधित- अखिलेश यादव,
एंकर- यूपी के जनपद कासगंज में आज सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पहुंचे जहां उन्होंने तुलसीदास की जन्म स्थली भगवान वराह की प्रकट स्थली सोरों के मेला ग्राउंड में एक विशाल चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार पर जमकर जुबानी हमला किया सपा गठबंधन इंडिया के प्रत्याशी देवेश शाक्य को समर्थन देने की अपील की। साथ ही ईवीएम पर उन्होंने सवाल खड़े किए।
दरअसल सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव तीसरे चरण में होने वाले मतदान को भुनाने के लिए एक बजकर 20 मिनट पर कासगंज जनपद के सोरों में पहुंचे। जहां उन्होंने बीस हजार से अधिक समर्थकों को मंच पर पहुंच कर हाथ हिलाकर वंदन अभिनंदन किया। चिलचिलाती धूप में समर्थक पसीना से तरबतर होते हुए रूके रहे। बता दें कि प्रदेश में सपा सरकार के दौरान युवाओं को जो लैपटॉप दिए गए थे उन्हें युवा आज अखिलेश यादव की जनसभा में लेकर पहुंचे वही अखिलेश यादव ने सपा, इंडिया गठबंधन प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए भगवान वराह, तुलसीदास, अमीर खुसरो को नमन: करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने नौजवानो बेरोजगार लोगों को उत्साहित करते हुए कहाकि ये वो नौजवान है, फौज में जा सकते थे, नौकरी मिल सकती थी, अब बताओ अग्निवीर व्यवस्था से कौन खुश है, ये अग्निवीर व्यवस्था 04 साल की नौकरी, और 04 साल नौकरी के साथ -साथ तो कोई सुविधा नही है, कोई सम्मान नही है, घर वापस आ जाओगे कोई पेंशन नहीं है, अग्निवीर व्यवस्था से हमारी सीमाओ की सुरक्षा नहीं हो सकती है, इसलिए हम अपने नौजवानो से कहना चाहते हैं, इंडिया गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है। जिताईये, मदद करिए, जो पहले व्यवस्था थी, वो कायम करेंगे।
वहीं उन्होंने कहा कि इनकी जो भी परीक्षा हुई, सब में पेपर लीक हो गया। सब पेपर लीक किए सरकार ने, में अपने नौजवानो से कहना चाहता हूं, ये जानबूझकर पेपर लीक किए सरकार ने , जानबूझकर इसलिए किए हैं, लोगों को ये नौकरी नहीं देना चाहते, रोजगार देना नही चाहते, इसलिए पेपर लीक किए, अगर इस सरकार ने पहला पेपर लीक हुआ था, तो कार्रवाई की होती तो दस पेपर लीक नहीं होते। याद करो जब पुलिस भर्ती हुई थी, इन लोगों ने कहा था इंतजाम हो गया, बहुत अच्छा इंतजाम है। सुरक्षित परीक्षा होगी, ये बीजेपी के लोगों ने कहा था, हमारा नौजवान सालों से तैयारी कर रहा था। पढाई कर रहा था, मेहनत कर रहा था, दिन रात जाग कर, न जाने कहाँ से इंतजाम किया होगा फार्म भरा, और परीक्षा स्थल तक पहुंचा इंतजाम करके, लेकिन जब घर लौट कर आया, उसे पता लगा पेपर लीक हो गया परीक्षा दुबारा होगी, परीक्षा रद्द हो, इस सरकार को मजबूरी में हमारे नौजवानो के दबाब में परीक्षा को रद्द करना पड़ा।
चुनावी जन सभा के बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए ईबीएम पर सवाल खडे किए है।