स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी मुजफ्फरनगर जनपद में स्थित अपने निवास पर एक प्रेस वार्ता की जिसमें मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि यह बहुत पुरानी डिमांड थी किसानों की,की चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न दिया जाए आज वह पूरी हुई है उनके साथ-साथ डॉक्टर स्वामीनाथन ,बीपी नर्सिंग राव को भी यह दिया जा रहा है। राकेश टिकैत ने कहा कि इसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं और डबल धन्यवाद भी हम दे देंगे अगर वह उनकी नीतियों को भी लागू कर दे जिन्हें यह भारत रत्न दिया जाएगा।
जब राकेश टिकैत से पूछा गया कि इसका आने वाले लोकसभा चुनाव पर क्या फर्क पड़ेगा तो उन्होंने कहा कि यह सरकार बताएगी कि भारत रत्न उन्होंने वोट के बदले में दिया है या सम्मान किया है।
राकेश टिकैत की माने तो यह बहुत पुरानी डिमांड थी किसानो की कि चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न दिया जाए तो आज वह पूरी हुई है एवं उनके साथ में डॉक्टर स्वामीनाथन, टीपी नरसिंग रावको भी दिया गया है तो जो भी अपने क्षेत्र में अच्छा काम करते हैं एवं पब्लिक के लिए काम करते हैं वो उनको मिला है तो धन्यवाद है और डबल धन्यवाद भी दे देंगे अगर उनकी नीतियों को और लागू कर दे, मतलब इसके साथ के साथ वोट भी मांग रहे हैं क्या एक-आद घंटा तो हो जाने दो एवं अभी घोषणा हुई है और अब इसे वोट में भी तब्दील करने लगे क्या भारत रत्न वोट के बदले दिया है क्या और यह सरकार बताएगी कि हमने भारत रत्न वोट के बदले दिया है या सम्मान किया है, हमें नहीं पता क्या फर्क पड़ेगा या क्या फर्क नहीं पड़ेगा हमें इतना पता है कि वह इस चीज के हकदार थे तो उनको मिला है एवं स्वामी नाथन की कमेटी को लागू करो अपने घोषणा पत्र मे कहा और इसी की बदौलत ये बीजेपी सरकार आई थी आज तक भी लागू नहीं किया, अब क्या पता कि किसका क्या होगा पॉलीटिकल आदमी जहां से वोट व सीटे ज्यादा मिलेंगे वह वहां पर समझौता करेगा एवं आजकल का जो युग है वह इसी तरह का है जहां ठीक सीटे मिल जाएंगे तो सभी पार्टी वही चली जाएगी, जो बिहार में आधे रेट में फसल बिक रही है एवं कश्मीर में सेव का किसान बर्बाद हो रहा है क्या वह भी चला जाएगा एवं क्या तेलंगाना और पूरा जो क्षेत्र है जो समुद्र के किनारे हैं उनका नारियल बर्बाद हो गया क्या वह भी चला जाएगा और वोट में तब्दील जो आज का आर्थिक युग है उसमें फसलों के दाम से होगा वही 13 महीने दिल्ली में किसान आंदोलन चला व एमएसपी गारंटी कानून एक बड़ा सवाल देश में है वह लागू होना चाहिए तो उससे जाएगा, भाई भागते भूत की लंगोटी ही सही एवं यह पॉलीटिकल पार्टी वाले इलेक्शन से 2 महीने पहले ही बरसते हैं अब जो बरस गया वह ठीक है और सरकार ने दिया तेल पल्ले में गैर तो जो कुछ दिया उसे गेरो और आगे की डिमांड करो।