लोकसभा नजदीक आते ही अपनी सरकार पर फिर निशाना साधते वरुण गांधी
पीलीभीत पहुचे bjp सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार में बैठे अफसरों की तुलना अंग्रेजो से कर दी, वरुण गांधी ने मंच से सुभाष चन्द्र बोस सहित महात्मा गांधी का नाम लेते हुए कहा देश की आजादी के बाद किसी के आगे न झुकने की बात कहि थी लेकिन आज भी देश मे आम इंसान को अपने काम के लिए झुकना पड़ता है।
नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, शहीद भगत सिंह चंद्र शेखर आजाद से लेकर जहां एक दौर क्रांति नेतृत्व था लेकिन धीरे धीरे आज देश में एक ऐसा नेतृत्व आया है जो अब देश की चिंता के साथ नेता अपनी चिंता भी करने लगे है, जो आज कल राजनिति में आ रहे है, वो अपना हित कर रहे है। आज देश को ऐसे नेता की जरूरत है,कि जो ईमानदार हो, आज एक ऐसा भारत बनना चाहिए जिसमें ऐसी भावना है, कि सबका हिस्सा हो और सबके सपनो की कीमत हो एक ऐसा समय आया ह्माते देश मे कि आजादी के समय महात्मा गांधी ने कहा कि हिंदुस्तानियो को कभी भी किसी के सामने झुकना नहीं पड़ेगा। लेकिन यह आज सच साबित नहीं होता, क्यों कि आज इस आजाद देश मे जब आप किसी पुलिस स्टेशन या अधिकारी के सामने जाते है तो आपके काम के लिए लोगो के आगे झुकना पड़ता है। जब हम अपनी बात झुक कर रखेंगे तो मैं यह पूछता हूँ कि इस देश में नई व्यवस्था में नए राजा नए अंग्रेज कहां से आ गए, मैं ऐसा देश देखना चाहता हूँ, कि आदमी अपनी बात बिना डर के रखे इतने सारे लोग वरुण गांधी का कभी न कभी विरोध करते है क्या कभी गांधी परिवार ने रंजिश के साथ से काम किया,क्या हमने दुश्मनी किसी के साथ निकली, क्या हमने किसी पर केस लगवाया क्या किसी को हमने उठवाया, हमने सोकहा कि पीलीभीत मेरा परिवार और हम उसके मुखिया है, हमने यह सोचा कि ये सब मेरा परिवार है और एक बडो के नाते समझाया। जब आप देश में कहीं जाते हो तो लोग कहते है। कि वो मेनका गांधी वरुण गांधी का पीलीभीत , इसीलिए मैं कहता हूँ कि यहां कि हर जीत हर हार मेरी होगी ।
गाव के भीतर जो लोग अस्पतालों में इलाज के लिए जाते है, उनसे कहा जाता है आप बेहतर इलाज के लिए लखनऊ, दिल्ली जाइए, मैंने कहा इसका इलाज बहुत जल्दी हो सकता है शिक्षा और स्वास्थ्य का है उसको लेकर सांसद, विधायक, dm, sp सभी vip के लिए सरकारी स्कूल में पढ़ाने व सभी के परिवार के इलाज सरकारी अस्पताल में कराए जाने का सरकार कानून बना दे तो सभी सिस्टम अपने आप सुधर जाएगा।जब उन पर एक आम आदमी की मार पड़ेगी।