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खेत में पराली जलाना किसानों को पड़ा भारी,27 लोगों के खिलाफ करवाई

 पराली जलाने वाले 27 किसानों के ख़िलाफ़ कार्यवाही



 कौशांबी जिले में पराली जलाने के मामले में कृषि विभाग ने 27 किसानों के खिलाफ कार्यवाही की है। जिला प्रशासन ने किसानों के खिलाफ खेतों में पराली जलाने के आरोप में कार्रवाई की है। जिसमे सेटेलाइट के जरिए ली गई तस्वीरों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। सभी किसानों को तहसील के माध्यम से नोटिस देकर राजस्व की वसूली की जायेगी। वही इस कार्यवाही से किसानों में हड़कंप मचा हुआ है। 

वायु प्रदूषण से चिंतित होकर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को निर्देशित किया था कि खेतों में पराली जलाने पर रोक लगाई जाए। इसके बाद हरकत में आए शासन ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि किसान अपने खेतों में पराली न जलाएं, इस पर जिला प्रशासन ने सभी तहसील व थानेदारों को पत्र भेजकर आगाह किया था कि उनके इलाके में किसान पराली न जलाने पाएं। इसके बावजूद किसान अपने खेतों में पराली जलाने से नहीं बाज आ रहे हैं। किसान अपने खेत मे पराली जला कर वायु प्रदूषण को और अधिक बढ़ावा देने में लगे हैं। जिससे उठने वाला धुआं प्रदूषण को और अधिक बढ़ावा दे रहा। वही अधिकारियों का दावा है कि सभी किसानों को निर्देश भी दिया गया कि अपने खेतों में पराली न जलाए अगर कोई जलता मिलता है उसके खिलाफ जुर्माना लगाकर कार्यवाही की जा रही है। उप कृषि निदेशक ने बताया कि जिले की तीनों तहसीलों में सेटेलाइट के जरिये अब तक 27 किसानों को पराली जाते हुए पकड़ा गया है। इन सभी किसानों को नोटिस जारी कर जुर्माने को वसूलने के लिए एसडीएम को पत्र लिखा गया है।

उप कृषि निदेशक सतेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि जनपद में जिलाधिकारी के निर्देश पर कृषि विभाग राजस्व की टीम लगाई गई है इसके लिए तहसील स्तर कमेटी गठित है अगर कहीं कोई पराली जलता है या दिखाई देता है, और कृषक लोगो को इसके लिए हम व्यापक प्रचार प्रसार कर रहे हैं होल्डिंग , वाहन , समाचार पत्रों के माध्यम से और हमारे कृषि विभाग के जो कर्मचारी हैं उनके माध्यम से इसके लिए हरित न्यायालय ने व्यवस्था बना रखा है जुर्माना के लिए अगर किसी कृषक का एक एकड़ से कम एरिया में फसल अवशेष जलता है तो उसको ₹2500 का जुर्माना राजस्व द्वारा लगाया जाएगा है और 1 एकड़ से 2 एकड़ है तो उसके लिए 5 हजार जुर्माना है। अगर 2 एकड़ से अधिक है तो 15 हजार का जुर्माना की व्यवस्था की गई है इसमें सेटेलाइट के माध्यम से जो रिपोर्ट प्राप्त होती हैं जो जनपद में घटनाएं पराली जलाने की प्राप्त होती है उसके आधार पर हम लोग राजस्व विभाग को सूचित करते हैं और उप जिलाधिकारी को के माध्यम से कृषकों को जुर्माना की वसूली कार्रवाई की जाती है अब तक हमारे जनपद में 27 घटनाएं हुई हैं परली जानने की जिसके लिए हम उप जिलाधिकारी को सूचित किया गया है उनके माध्यम से इसमें जुर्माना और वसूली की कार्रवाई की जा रही है। 


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