अलीगढ़ के कस्बा चंडौस में राम बारात पर हुए पथराव के विरोध में रामलीला कमेटी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग को लेकर सोमवार को सैकड़ो ग्रामीण थाना चंडौस के बाहर सोमवार को धरना प्रदर्शन पर बैठ गए। जानकारी होने पर भाजपा सांसद सतीश गौतम व प्रदेश के वित्त राज्य मंत्री अनूप बाल्मिक भी मौके पर पहुंच गए। 6 घंटे तक प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन पर अडिग रहे। बाद में वित्त राज्य मंत्री अनूप बाल्मिक ने प्रमुख सचिव गृह से वार्ता की। प्रमुख सचिव गृह द्वारा जांच कराकर निष्पक्ष कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। उसके बाद ग्रामीणों ने 6 घंटे बाद धरना समाप्त किया।वही पुलिस अधिकारी घायल की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं। प्रदेश के दर्जा प्राप्त मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने घटना को नींद नहीं बताने के साथ पुलिस प्रशासन की घोर लापरवाही बताया है।वहीं प्रदेश के दर्जा प्राप्त मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना होने के साथ इसमें पुलिस प्रशासन की बहुत बड़ी लापरवाही है। इस प्रकार की घटना से लगता है की ताजिये भी मंदिर के सामने होकर नहीं निकलने चाहिए।
कस्बा चंडौस में रविवार देर शाम राम बारात निकाली जा रही थी।जैसे ही राम बारत कसेरू तिराहा पर पहुंची।तो विशेष समुदाय के लोग एकत्रित होकर राम बारात के सामने आ गए और वहां से राम बारात रोकने के साथ लाठी, डंडे, तलवार लेकर हमलावर हो गए।इसी दौरान समुदाय विशेष की महिलाओं ने छत से राम बारात के ऊपर पथराव शुरू कर दिया। मौके पर हंगामा होने के साथ भगदड़ मच गई। जिसमें पांच लोग घायल हो गए। सूचना पर डीएम इंद्र विक्रम सिंह सब कला निधि नैथानी पुलिस फोर्स और पीएसीएल के साथ मौके पर पहुंच गए मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंचे पुलिस फोर्स ने मामले को शांत कर शांति व्यवस्था कायम की।रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जय शर्मा ने बताया कमेटी द्वारा पांच नामजद आरोपियों सहित अज्ञात के विरुद्ध थाने में तहरीर दी गई थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज नहीं की और एक घायल की तहरीर पर मामूली धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर अपने कार्यों की इति श्री कर ली। इससे क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश पनप गया और सोमवार प्रातः 10:00 बजे सैकड़ो क्षेत्रीय लोग थाने पहुंच गए और रामलीला कमेटी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में भाजपा सांसद सतीश गौतम, खैर विधानसभा क्षेत्र के विधायक व प्रदेश के वित्त राज्य मंत्री अनूप बाल्मिक मौके पर पहुंचे। वित्त राज्य मंत्री ने प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद से वार्ता की। तो उन्होंने आश्वासन दिया, कि मामले में जांच करा कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी ।इसके बाद 6 घंटे बाद धरना प्रदर्शन खत्म किया गया है। अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई।तो रामलीला के आयोजन को यथास्थिति स्थगित कर दिया जाएगा।
कस्बे की दुकानदार महिला सुमन वर्मा ने बताया की राम बारात निकालने के दौरान रविवार दिल शाम में अपनी दुकान पर थी इसी दौरान उसकी दुकान के सामने समुदाय विशेष के लोगों ने राम बारात रोक दी और लाठी डंडों तलवार से राम बारात के ऊपर हमला कर पथराव कर दिया। जबकि पुलिस फोर्स और पीएससी बाल राम बारात के दौरान मौजूद था। बाद में पुलिस प्रशासनिक अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तब जाकर स्थिति नियंत्रण में हुई।
चंडौस कस्बा में रविवार देर शाम को राम बारात निकाली जा रही थी इसी दौरान समुदाय विशेष के लोगों ने हमला करने के साथ पथराव किया जिसमें पांच लोग घायल हो गए। रामलीला कमेटी के लोगों का कहना है कि पुलिस ने घायल की तैयारी पर मामूली धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर लिए और हमारी तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। इस मामले को लेकर कई घंटे तक रामलीला कमेटी के पदाधिकारी व स्थानीय नागरिकों के साथ बैठक कर वार्ता की गई। इस संबंध में मेरे द्वारा प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद जी से बात की गई तो उन्होंने आश्वासन दिया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर कर कठोर कार्रवाई कराई जाएगी अगर जरुरत हुई तो नई फिर भी दर्ज कराई जाएगी प्रमुख सचिव गृह के आश्वासन के बाद स्थानीय लोगों का आक्रोश शांत हो गया है और धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया है।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया रविवार देर शाम राम बारात के दौरान रास्ते को लेकर दो पक्षों के बीच गलतफहमी हो गई थी और मामूली कहां सुनी हो गई थी। घटनास्थल के आसपास लगे हुए सीसीटीवी कैमरा को चेक किया गया है। उसमें कहीं भी मारपीट और पथराव की कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं एक व्यक्ति जो घायल हुआ था उसे मामूली चोट आई है उपचार के बाद वह पूर्ण रूप से सही है। पुलिस ने मारपीट से सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर लिए और अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
प्रदेश के दर्जा प्राप्त मंत्री ठाकुर रघुराज प्रताप सिंह ने कहा कि यह घटना बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण है इसमें पुलिस प्रशासन की घोर लापरवाही रही है। अगर राम बारात निकलने वाले रास्ता भूल भी गए थे तो उसे निकलने दिया जाता यह आयोजन हिंदुस्तान में हो रहा था ना कि पाकिस्तान में हो रहा था। अगर यही मामला है तो राम बारात अगर नहीं निकल सकती है तो मंदिर के सामने होकर ताजिए भी नहीं निकले जाने चाहिए।
