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पिछले जन्म का बदला ले रहा सांप,11 बार काटने पर भी जिंदा है व्यक्ति

 पिछले जन्म में हत्या का बदला ले रहा एक सांप, 11वीं बार काटा, अद्भुत कहानी


झांसी के चिरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम पट्टी कुम्हर्रा में एक बृद्ध व्यक्ति को एक सर्प कई बार अपने दंश का शिकार बना चुका है। एक बार फिर उसे खेत पर काम करते हुए सांप ने काटा है जिसके बाद यह मामला चर्चाओं में है। वृद्ध पट्टी कुमर्रा गांव का है जिसका नाम सीताराम अहिरवार है।

वृद्ध सीताराम ने बताया कि जब वह करीब 25-30 वर्ष का हुआ तब उसे पहली बार एक सर्प ने काटा था। इसके बाद साल, 2 साल के अंतराल में उसे स्वप्न आता और स्वप्न में उसे एक सर्प काटने की चेतावनी देता है। होता भी वही, उसके कुछ ही दिनों बाद उसे सर्प काट लेता है। हर बार वह गांव के मंदिर पर जाता और ठीक हो जाता था। 

हाल ही में  उसे एक सर्प ने काट लिया। दशहरा के दिन मंदिर के पुजारी और गांव के कुछ झाड़-फूंक करने वाले लोग एकत्रित हुए उन्होंने झाड़-फूंक शुरू की।

 पुजारी ने बताया- जब पीड़ित की झाड़-फूंक शुरू की गई तो उसके अंदर कोई दूसरी शक्ति आ गई। जिसने कहा कि वह सर्प और पीड़ित पूर्व जन्म में भाई थे। दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और दोनों ने एक दूसरे के लोगों का कत्ल कर दिया था। एक व्यक्ति ने पीड़ित के रूप में जन्म लिया तथा दूसरे ने सर्प के रूप में जन्म लिया। दुश्मनी का बदला लेने के लिए सर्प उसे स्वप्न देकर दंश मारता है। हालांकि यह लोगों की मान्यता है।

 सीताराम की मानें तो उसे अब तक करीब 12 बार काला सांप काट चुका है। हर बार जब उसे सांप सताता तो वह गांव के हनुमान मंदिर पर पहुंच जाता और गांव के लोग उसकी झाड़-फूंक करते, जिसके बाद वह ठीक हो जाता है। सीताराम अहिरवार ने बताया- अभी विगत कुछ दिन पहले उसे एक सांप ने सताया तो हर बार की तरह वह गांव के हनुमान मंदिर पर पहुंचा।

झाड़-फूंक करने वाले शिरोमणि सिंह बुंदेला ने बताया- मंदिर पर जब सीताराम को आराम देने के लिए झ की प्रक्रिया शुरू की गई तो उसके अंदर कोई अदृश्य शक्ति जाकर कहने लगी कि इसे काटने वाला सर्प एक ही है। जो बर्षों से बदला लेना चाहता है। पूर्व जन्म में सीताराम और सर्प दोनों भाई-भाई थे। किसी बात को लेकर दोनों का झगड़ा हुआ और दोनों ने एक दूसरे के लोगों की हत्या कर दी थी। जिनमें से एक भाई ने सीताराम अहिरवार के रूप में जन्म लिया तथा दूसरा सर्प बना।  सीताराम की झाड़-फूंक की गई और उसे हर बार की तरह 12वीं बार भी आराम मिल गया। ग्रामीणों ने बताया इस मंदिर पर कैसे भी सर्प ने काटा हो, वह ठीक हो जाता है।


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