अयोध्या के मठ मंदिरों के टैक्स माफ करना पहली प्राथमिकता गिरीश पति त्रिपाठी
अंतरराष्ट्रीय स्तर की सफाई व्यवस्था अयोध्या में करने की तैयारी में जुटा है अयोध्या नगर निगम - मेयर अयोध्या
अयोध्या में नगर निगम के दूसरे कार्यकाल में प्राथमिकता के आधार पर उन मठ मंदिरों और धार्मिक स्थानों को चिन्हित किया गया है जिनसे नगर निगम कोई टैक्स नहीं लेगा । वही आवारा कुत्तों के प्रजनन को रोककर उनकी बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाने के लिए अयोध्या में एनिमल बर्थ कंट्रोल यूनिट की स्थापना की जाएगी। यही नहीं अयोध्या नगर निगम सबसे अधिक काम सफाई व्यवस्था पर कर रहा है और उसका दावा है कि आने वाले दिनों में सफाई व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी ।
अयोध्या की पहचान मंदिरों से है , अयोध्या के घर-घर में मंदिर दिखाई देंगे। इसीलिए अयोध्या में 6000 से अधिक मंदिर है । इनमें से प्रतिष्ठित मंदिरों के चिन्हीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस संबंध में घोषणा के बाद भी अभी तक मंदिरों के चिनहरीकरण का कार्य पूरा नहीं हो सका था । अब अयोध्या नगर निगम के दूसरे कार्यकाल में इस योजना को तेजी से अमली जामा पहनाया जा रहा है । मंदिर का निगम टैक्स लाखो में आता है इसलिए साधु संतो की मुख्यमंत्री योगी से सबसे अधिक मांग यही थी । कोविड-19 के दौर में जब मंदिर भी सूने हो गए थे उस समय साधु संतों को टैक्स जमा करने में खासी मुश्किल पेश आई थी । नगर निगम बनने के बाद मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद पहले कार्यकाल में भी कुछ मंदिरों को चिन्हित किया गया था । चिन्हित किए गए इन मंदिरों से टोकन मनी के रूप में नगर निगम केवल प्रतीकात्मक रूप से 1 से ₹5000 वार्षिक सहयोग राशि के रूप में लेगा ।
आदरणीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इच्छा के अनुसार मठ मंदिरों का धार्मिक स्थलों का जिनकी सूची है उनसे नगर निगम कोई टैक्स नहीं लेगा केवल प्रतीकात्मक रूप से कुछ न्यूनतम धनराशि ही ली जाएगी ।
नगर निगम अयोध्या आवारा कुत्तों के जन्म पर नियंत्रण करने के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल भवन का निर्माण करा रहा है। इसके निर्माण में 3.20 करोड़ की लागत आएगी । 30 जून 2023 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है । इसके निर्माण के बाद अयोध्या में बढ़ती आवारा कुत्तों की जनसंख्या को रोका जाएगा।
जनवरी 2024 में जब रामलला की उनके भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होगी उस समय लाखों लोग अयोध्या पहुंचेंगे । इसीलिए अयोध्या नगर निगम के मेयर से सबसे बड़ा चैलेंज बता रहे हैं और कह रहे हैं कि अयोध्या की सफाई व्यवस्था उस समय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो इसके लिए अभी से काम और तैयारी शुरू कर दी गई है।