फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए मदरसे के 31 बच्चे मचा हड़कंप अस्पताल में फर्श पर लिटाकर टॉर्च की रोशनी में शुरू हुआ इलाज
श्रावस्ती में बीती रात अचानक मदरसे का खाना खाने के बाद यहां पर पढ़ रहे 31 बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए बताया जा रहा है यह बच्चे सुबह भी किसी एक मृत्यु भोज कार्यक्रम और में कुरान खानी में गए थे जहां पर उन्होंने भोजन किया था उसके बाद से ही इन बच्चों की हालत बिगड़ी थी लेकिन मदरसों के जिम्मेदार की लापरवाही के चलते इन्हें डॉक्टर को नही दिखाया गया जिससे बीती रात सभी बच्चों समेत तीन अध्यापकों की हालत बिगड़ने लगी और बच्चे उल्टी दस्त का शिकार हो गए स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में उन्हें एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचाया।
पूरा मामला श्रावस्ती जनपद के हरदत्त नगर गिरन्ट के जामिया रिजवीया शमशुल उलूम का है जहां पर बीती रात मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों की अचानक उल्टी दस्त शुरू हो गई और वह सभी बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए बताया जा रहा है कि यह सुबह किसी के यहां कुरान खानी में गए थे और मृत्युभोज करने के बाद वापस मदरसे आए थे यहां पर भी उन्हें कच्चा और उबला हुआ खाना दिया गया था जिसके बाद से इनकी तबीयत और बिगड़ गई जिससे यह उल्टी दस्त करने लगे स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में एंबुलेंस की सहायता से सभी को मल्हीपुर अस्पताल भेजा जहां पर 5 बच्चों की हालत नाजुक देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया बाकी बच्चों का इलाज जिला अस्पताल और सीएससी में चल रहा है वहीं बच्चों को पढ़ाने वाले अध्यापकों की भी हालत खराब है। वंही सरकारी अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें भी दिखाई दे समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मल्हीपुर में बीमार बच्चों को बेड तक नसीब नही हुआ बीमार बच्चों को अस्पताल के फर्श पर ही लिटा कर इलाज शुरू किया गया। वहीं अस्पताल में लाइट की व्यवस्था ना होने से टार्च की रोशनी में इलाज करते हुए नजर आ रहे है।