समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है कि रामराज धोखा है पहले भी रामराज के नाम पर कभी शम्बूक का सिर काटा गया तो कभी एकलव्य का अंगूठा और अब दलितों आदिवासियों व पिछड़ों का आरक्षण काटा जा रहा है ।
यानी संविधान प्रदत्त आरक्षण खत्म किया जा रहा है जागो सावधान हो जाओ रामराज हटाओ-आरक्षण बचाओ जिसको लेकर के अयोध्या के साधु संतों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि लगातार समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार सनातन धर्म को टारगेट क्यों करते हैं।
रामराज की बात करते हो रामराज की धोखा की बात करते हो मेरा निवेदन है आपसे जिस प्रकार से आप सनातन को टारगेट करते हो यह अच्छी बात नहीं है और राम राज्य में परमात्मा श्री राम ने सबको गले लगाया और सभी ने रामराज को स्वीकार किया ।रही शम्बूक की बात तो शम्बूक की मन गढ़ंत कहानी आप लोगों को बताना बंद कर दें और दूसरी बात भगवान राम ने रावण का भी वध किया था यह भी कान खोल कर सुन लो और भगवान कृष्ण ने एक सौ पाप करने के बाद सुदर्शन चक्र से गला भी काटा था तो इतना पाप मत करो कि तुम्हारा गला काटना पड़े यह अच्छी बात नहीं।
और वही रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि उसको हमारे संतो ने मूर्ख कह दिया है मूर्ख है पागल है और उसके पास किसी प्रकार का ज्ञान नहीं आरक्षण का कोई मतलब ही नहीं है आरक्षण जहां है वहां चली रहा है इसमें किसी प्रकार का भेद किसी प्रकार का कटौती कमी है नहीं रही और तुलसीदास जी ने लिखा ही है तो क्या ऐसा है कि मिलकर ना चलो सभी धर्मों का सम्मान ना करो सभी व्यक्तियों के साथ जुड़ करके ना रहो और यह यदि रामराज हटाने का मतलब यह है इसका बिखराव है उसके शब्दों में बिखराव है एकता नहीं इसमें लेकिन भगवान श्री राम के समय का जो रामराज रहा इस प्रकार का फालतू राजनीति अपनी करने के लिए व्यर्थ की बात बोल कर के और यह लोगों को भ्रम में छोड़ता है।
*BYTE- राजू दास ( पुजारी हनुमानगढ़ी )–* जिस प्रकार से लगातार समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार सनातन धर्म को क्यों टारगेट करते हैं आरक्षण और रामराज्य से क्या लेना देना रामराज को धोखा कहने वाले से मेरा सवाल है कि बार-बार अनेक बार रामराज की बात करते हो रामराज की धोखा की बात करते हो मेरा निवेदन है आपसे जिस प्रकार से आप सनातन को टारगेट करते हो यह अच्छी बात नहीं है और राम राज्य में परमात्मा श्री राम ने सबको गले लगाया और सभी ने रामराज को स्वीकार किया रही शम्बूक की बात तो शम्बूक की मन गढ़ंत कहानी आप लोगों को बताना बंद कर दें दूसरी बात एकलव्य की आपने बात की एकलव्य मगध राज्य के जो सेनापति थे उनके बेटे थे और आप जानते हो युद्ध नीति के तहत कैसा किसके साथ बर्ताव होना चाहिए दूसरी बात भगवान राम ने रावण का भी वध किया था यह भी कान खोल कर सुन लो और भगवान कृष्ण ने एक सौ पाप करने के बाद सुदर्शन चक्र से गला भी काटा था तो इतना पाप मत करो कि तुम्हारा गला काटना पड़े यह अच्छी बात नहीं।
*BYTE- आचार्य सत्येंद्र दास ( मुख्य पुजारी राम जन्मभूमि )* –उसको हमारे संतो ने मूर्ख कह दिया है मूर्ख है पागल है और उसके पास किसी प्रकार का ज्ञान नहीं आरक्षण का कोई मतलब ही नहीं है आरक्षण जहां है वहां चली रहा है इसमें किसी प्रकार का भेद किसी प्रकार का कटौती कमी है नहीं रही बात रामराज्य की रामराज का मतलब क्या है उसको ज्ञान नहीं है रामराज की सब नर कराएँ परस पर प्रीति सभी लोग एक साथ रहे और एक साथ मिलकर के देश का विकास करें बैर न कर काहू सन केहि किसी से दुश्मनी ना हो कोई एक व्यक्ति चाहे जो भी हो सभी के सब एक साथ मिलकर रहे जिसकी जो पूजा पद्धति हो वहां अपने अपने ढंग से पूजा पद्धति को करते रहे और अपने अपने ढंग से साधना करें इसमें किसी प्रकार का कोई रुकावट नहीं है वह जो कह रहा है कि आरक्षण बचाओ रामराज हटाओ यह रामराज क्या है इसको ज्ञान नहीं है यही तो है रामराज है कि मिलकर चलो यही तो अस्पष्ट तुलसीदास जी ने लिखा ही है तो क्या ऐसा है कि मिलकर ना चलो सभी धर्मों का सम्मान ना करो सभी व्यक्तियों के साथ जुड़ करके ना रहो और यह यदि रामराज हटाने का मतलब यह है इसका बिखराव है उसके शब्दों में बिखराव है एकता नहीं इसमें लेकिन भगवान श्री राम के समय का जो रामराज रहा इस प्रकार का फालतू राजनीति अपनी करने के लिए व्यर्थ की बात बोल कर के और यह लोगों को भ्रम में छोड़ता है ऐसे भ्रम में छोड़ने वाले व्यक्ति का क्या मतलब हुआ कुछ नहीं है वो बिल्कुल राजनीति करने की एक कला दिखाता है कि यदि हम इस प्रकार से करेंगे हमारी राजनीति चलेगी।
