गोरखपुर में आठ साल के बच्चे पर पड़ोसी के पिटबुल कुत्ते ने किया हमला, केस दर्ज
गोरखपुरः क्लास 3 में पढ़ने वाले 8 साल के बच्चे को पड़ोसी के पिटबुल कुत्ते ने काट लिया।आरोप है कि जिसने कुत्ता पाला है, उसने जान बूझकर बच्चे के ऊपर कुत्ते से अटैक करवा दिया।बच्चा और उसके पिता खुद इस बात को कह रहे हैं।यही वजह है कि इस मामले में पुलिस ने पीडि़त बच्चे के पिता की तहरीर पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोप सही पाए जाने पर पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई भी करेगी. हालांकि पीडि़त परिवार अभी तक केस दर्ज होने के बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने से काफी दहशत में हैं। उनका कहना है कि किसी तरह से इस खूंखार कुत्ते को वहां से हटाया जाए।
गोरखपुर के ट्रांसपोर्टनगर में किराए के मकान में रहने वाले रामअवतार मिश्रा का 8 साल का बेटा उत्कर्ष मिश्रा बेतियाहाता मोहल्ल के एक स्कूल में क्लास तीन का स्टूडेंट है। रामअवतार ने पुलिस को दी तहरीर में पड़ोस के रहने वाले गौरव यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।उन्होंने लिखा है कि बुधवार की शाम को चार बजे उनका बेटा उत्कर्ष घर के अंदर आ रहा था, इसी दौरान गौरव ने उसके ऊपर पिटबुल डॉग से अटैक करा दिया।कुत्ते ने उनके बेटे उत्कर्ष पर अटैक कर दिया और उसने बच्चे की पीठ पर काट लिया।बच्चे के पिता रामअवतार मिश्रा और मां अंजलि मिश्रा ने बताया कि उन्होंने किसी तरह से कुत्ते से बच्चे को छुड़ाया । लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे वे काफी डरे हुए हैं।
कक्षा तीन में पढ़ने वाले 8 साल के उत्कर्ष ने बताया कि वो पड़ोस में रहने वाली बच्ची के साथ उसके घर पर पढ़ रहा था। जब वो घर वापस आने लगा, तो पड़ोस के रहने वाले गौरव ने उसके ऊपर कुत्ते से अटैक करा दिया।कुत्ते ने उसकी पीठ पर काट लिया । ये बात उसने अपने पिता को बताई. इसके बाद उसके पिता उसे लेकर अस्पताल गए. उसके पिता ने गौरव के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है. उसने बताया कि गौरव अंकल ने जान-बूझकर उसके ऊपर कुत्ते से अटैक करा दिया।
गोरखपुर के कैंट सर्किल के सीओ योगेन्द्र सिंह ने बताया कि कैंट थानाक्षेत्र के ट्रांसपोर्टनगर में पड़ोसी के कुत्ते द्वारा 8 साल के बच्चे को कुत्ते द्वारा काटने का मामला सामने आया है।इसमें बच्चे को चोट भी आई है. बच्चे को चिकित्सक के यहां ले जाया गया है।इस मामले में एक तहरीर मिली है. तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी गौरव के खिलाफ पालतू पशु को लेकर लापरवाही और मानव जीवन को खतरे में डालने की धाराओं में केस दर्ज किया है। इसके साथ ही एक जांच टीम बनाई गई हैं. इस मामले में जांच की जाएगी कि इसमें सच्चाई क्या है. जो भी सच्चाई सामने आएगी, उसके आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।