Type Here to Get Search Results !

मांगे न माने जाने पर होगा राष्ट्रव्यापी आन्दोलन

 पुरानी पेंशन नीति बहाली की मांग को लेकर कर्मचारी, शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन

 मंगलवार को राष्ट्रीय संयुक्त मंच के आवाहन पर


राज्य कर्मचारियों, शिक्षकों ने अपना- अपना कार्य सम्पन्न करने के बाद देर शाम कलेक्ट्रेट परिसर में पुरानी पेंशन नीति बहाल किये जाने की एक सूत्रीय मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद अध्यक्ष मस्तराम वर्मा के संयोजन में विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों, शिक्षकों ने मांगों को लेकर मुखर नारे लगाये। चेतावनी दिया कि 2024 लोकसभा चुनाव से पूर्व सरकार पुरानी पेंशन बहाल करे अन्यथा कर्मचारी, शिक्षक अपने अधिकारों को लेकर चुप नहीं बैठेंगे।

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष राम अधार पाल, जिला मंत्री तौलू प्रसाद, कोषागार कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अखिलेश पाठक, कलेक्टेªट कर्मचारी संघ के मंत्री फैजान अहमद, प्राथमिक शिक्षक संघ के मंत्री बालकृष्ण ओझा, सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष अजय आर्य आदि ने कहा कि अनेक राज्यों में पुरानी पेंशन नीति बहाल हो गई है किन्तु उत्तर प्रदेश सरकार लगातार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुई है। अनेकों आन्दोलन, धरना प्रदर्शन के बावजूद सरकार की खामोशी हैरान करने वाली है। वक्ताओं ने कहा कि यदि मांगे न मानी गई तो 2024 लोकसभा चुनाव से पूर्व केन्द्रीय और राज्य कर्मचारी, शिक्षक राष्ट्रव्यापी आन्दोलन छेड़ेंगे।

पुरानी पेंशन नीति बहाल किये जाने की एक सूत्रीय मांग को लेकर मंगलवार को हुये विरोध प्रदर्शन में  ग्राम्य विकास अधिकारी संघ के मंत्री अमरनाथ गौतम, सिंचाई संघ अध्यक्ष सुभाष मिश्र, बोरिंग टेक्नीशियिन लघु सिंचाई के अध्यक्ष अमरेश श्रीवास्तव, ट्यूबबेल टेक्निकल इम्पलाइज एसोसिएशन के मंत्री सन्तोष राव, आशीष शर्मा, राजेश कुमार, अवधेश कुमार, शिवमंगल पाण्डेय, बुधई प्रसाद, शिवा कुमार, रूद्रनरायन, बलराम, सन्तोष तिवारी, उमेश चौधरी, संजय यादव, चन्द्रशेखर यादव, सुखराम, शिवकुमार सिंह, अविनाश कुमार के साथ ही विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों के साथ ही कर्मचारी, शिक्षक शामिल रहे।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad