उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी, बस्ती में 10 दिवसीय भजन कार्यशाला का भव्य समापन
उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ एवं संस्कृति विभाग, उ.प्र. के तत्वावधान में हुआ आयोजन
उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी, बस्ती में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ एवं संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में आयोजित 10 दिवसीय ग्रीष्मकालीन भजन कार्यशाला का भव्य समापन समारोह संपन्न हुआ। यह कार्यशाला 5 मई से 14 मई 2025 तक विद्यालय परिसर में आयोजित की गई थी।
कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे विद्यार्थियों को विद्यालय की अध्यापिका सुश्री अंजू मिश्रा जी द्वारा भजन गायन का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को भजन की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता समझाते हुए बताया कि "भजन ईश्वर के गुणों, रूपों और कार्यों की स्तुति का एक मधुर माध्यम है, जो न केवल आत्मिक शांति देता है बल्कि भारतीय सांस्कृतिक विरासत से भी जोड़ता है।"
इस कार्यशाला में विद्यालय के अनेक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की और समर्पित भाव से भजन गायन की विधाओं को सीखा। बच्चों ने सीखे हुए भजनों को पूरे मनोयोग से प्रस्तुत किया, जिसे सुनकर सभी उपस्थित अभिभावक और शिक्षकगण भावविभोर हो उठे।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्धनिदेशक श्री विनय शुक्ल ने भी कार्यशाला की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा — "भारतीय संगीत और भजन केवल कला नहीं, बल्कि आत्मा की आवाज़ हैं। ऐसे आयोजनों से बच्चों में न केवल आत्मिक विकास होता है, बल्कि वे अपनी सांस्कृतिक जड़ों से भी जुड़ते हैं। हम भविष्य में भी इसी प्रकार की रचनात्मक और सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करते रहेंगे।
कार्यशाला के समापन अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती शशिप्रभा त्रिपाठी जी ने सभी प्रतिभागी बच्चों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया और उनकी लगन एवं कला के प्रति समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है और वे हमारी सांस्कृतिक विरासत को समझने में सक्षम होते हैं।
यह कार्यशाला न केवल संगीत का अभ्यास थी, बल्कि यह बच्चों में भारतीय संस्कृति के मूल्यों को जागृत करने का एक सराहनीय प्रयास भी था।