नाबालिग से निकाह, फिर ट्रिपल तलाक़ देकर निकाला घर से – महिला ने लगाई इंसाफ़ की गुहार
फतेहपुर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में ट्रिपल तलाक़ से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक नाबालिग लड़की को झूठे दस्तावेजों के ज़रिए शादी का झांसा देकर न सिर्फ शारीरिक व मानसिक शोषण किया गया, बल्कि गर्भवती होने पर उसे घर से निकालकर तलाक़ की धमकी भी दी गई। पीड़िता की मां मुस्तरी पत्नी इरतेखार ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र सौंपते हुए न्याय की गुहार लगाई है। उनके अनुसार, मोहल्ला लालूगंज निवासी मोहम्मद तन्नन पुत्र पप्पू ने उनकी बेटी अलिश्फा से 15 अप्रैल 2024 को शादी की, जबकि लड़की की जन्मतिथि 15 अगस्त 2009 है, जो उसे नाबालिग साबित करती है। तन्नन ने खुद को बालिग साबित करने के लिए फर्जी जन्म प्रमाणपत्र का सहारा लिया। शादी के कुछ समय बाद अलिश्फा गर्भवती हो गई, लेकिन जब यह बात ससुराल वालों को पता चली तो उन्होंने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। मोहम्मद तन्नन और उसके परिजनों ने नाबालिग के साथ मारपीट की, उसे बच्चा पैदा होने के बाद घर से निकाल दिया गया और तन्नन ने तीन बार "तलाक़ तलाक़ तलाक़" बोलकर रिश्ता खत्म करने की कोशिश की।
मुस्तरी का आरोप है कि उनकी बेटी और नवजात को न सिर्फ घर से निकाला गया, बल्कि ससुराल पक्ष ने यह भी कहा कि यह बच्चा उनका नहीं हो सकता। महिला ने पुलिस से आरोपी तन्नन और उसके परिजनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता की मां द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़िता और नवजात को फिलहाल मायके में रखा गया है, और महिला आयोग से भी इस मामले में हस्तक्षेप की उम्मीद की जा रही है।