श्रावस्ती में विदेशी फंडिंग से चल रहा था मदरसा हुआ सील अधिकारियों के उड़े होश
-श्रावस्ती में जब प्रशासन को पता चला कि विदेशी फंडिंग से यहां पर मदरसे का संचालन हो रहा है। वह भी अवैध तरीके से, जँहा मदरसे में 300 से अधिक बच्चियों को तालीम दी जा रही है। जो काफी बड़ा और खूबसूरत बना हैं यह मदरसा विदेशी पैसों से बनाया गया है। अगर यँहा के प्रबंधक के खातों की जांच की जाए तो कई बड़े खुलासे भी हो सकते हैं। तब खुद जिले के DM मौके पर पहुंचे और मदरसे को सील कर दिया।वंही जनपद में आज 68 मदरसों को सील किया गया और 164 अवैध अतिक्रमण को मुक्त कराया गया।
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जनपद के इकौना देहात में जामिया नूरिया फातिमा लिलबनात नाम का एक मदरसा जो 10 सालों से संचालित है। और बिना मान्यता के यहां पर 300 मुस्लिम बच्चियों को दीनी तालीम देता है। इसका आय का स्रोत विदेशी फंडिंग है। यहां पर बड़ी संख्या में लोग विदेशो से पैसा भेज कर इसको संचालित करते हैं। और यहां का संचालक सैयद सिराजुद्दीन हाशमी गोधरा गुजरात का रहने वाला है। जो श्रावस्ती में आकर गैर मानता प्राप्त मदरसे को संचालित कर रहा था।जब प्रशासन को इस बात का पता चला तो प्रशासन के होश उड़ गए। खुद जिला अधिकारी अजय कुमार त्रिवेदी बड़ी संख्या में पुलिस बल और प्रशासन के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने मदरसे को सील कर दिया।
एसडीएम ओम प्रकाश बताते हैं कि मदरसे की फंडिंग आखिर कहां से होती है इसकी जांच की जाएगी
-वंही जिला अल्पसंख्यक अधिकारी देवेंद्र राम बताते हैं कि यह मदरसा कब संचालित हुआ कहां है इसका कोई पता नहीं ना ही इसकी अल्पसंख्यक विभाग को कभी सूचना दी गई।
सवाल यह उठता है।आखिर यह व्यक्ति गुजरात से आकर यहां पर बच्चियों को दीनी तालीम क्यों दे रहा था। क्या भारत नेपाल से जुड़े इस जिले में कोई बड़ी गतिविधियों को तो नहीं अंजाम दिया जा रहा था। यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है।