शिक्षा माफियाओं का काला कारनामा, शिक्षा के नाम पर बड़ा घोटाला हुआ उजागर, न्यायालय के आदेश पर 10 साल बाद जागी छात्रा की उम्मीद।
उत्तर प्रदेश मे शिक्षा के नाम पर बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। एक छात्रा से शिक्षा माफियाओं ने मोटी रकम वसूल कर ली, और 3 वर्ष का फर्जी एडमिट कार्ड ओर रोल नंबर देकर उसके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। दस साल तक छात्रा न्याय की गुहार लगाती रही, लेकिन ज़ब उसे न्याय नहीं मिला तो, उसने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। जहां न्यायालय के आदेश पर कॉलेज प्रबंधक के तीन बड़े लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हो गया। मामला दर्ज होने के बाद शिक्षा माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल घोटाले का यह संसनीखेज मामला बागपत के मविकला मे स्थित श्री विनायक कालेज आफ एजुकेशन का है, जहां बागपत के इंद्रा कालोनी निवासी आस्था, कालेज के फर्जी वाड़े का शिकार हो गई। आपको बता दे की कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन में बड़ा शिक्षा घोटाला सामने आया है, जो आस्था नाम की छात्रों को फर्जी तरीके से तीन सत्रो के लिए एडमिट कार्ड और रोल नंबर जारी किए गए। इस मामले में छात्रा ने बागपत न्यायालय का सहारा लिया, और लंबी कानूनी लड़ाई के करीब दस साल बाद, कालेज प्रबंधक परविंद्र समेत तीन लोगों पर फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज हुआ है। हैरानी की बात यह है, की छात्रा की शादी हो जाने के बावजूद, उसने हार नहीं मानी और लगातार न्याय के लिए संघर्ष करती रही। जबकि बताया यह भी जा रहा है, की कालेज प्रबंधक के राजनितिक ओर प्रशासनिक के आला अधिकारियो से संबंध है। जिसमे राष्ट्रपति से लेकर मुख्यमंत्री तक का नाम भी लिया जा रहा है। अब जब मामला दर्ज हो गया है, तो छात्रा को वर्षों बाद न्याय की उम्मीद लगी है। वही दूसरी ओर न्यायालय के आदेश पर, मुकदमा दर्ज होते ही शिक्षा माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। अब देखना यह होगा की, प्रदेश मे योगी की सरकार इन प्रभावशाली माफियाओं पर, कब शिकंजा कश्ती है, और आस्था जैसी पीड़िताओं को कब न्याय मिलता है।