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सामाजिक क्रांतिकारी थे बाबा साहेब- राम प्रसाद चौधरी

 अन्याय के विरूद्ध सामाजिक क्रांतिकारी थे बाबा साहेब- राम प्रसाद चौधरी




 लोक जन सेवा समिति द्वारा अध्यक्ष बी.पी. आनन्द के संयोजन में कप्तानगंज विकास खण्ड क्षेत्र के भावपुर गांव में भारत रत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के जयन्ती अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सांसद राम प्रसाद चौधरी ने कहा कि  बाबा साहेब का जीवन सिर्फ शिक्षा या संविधान तक सीमित नहीं था, वे एक सामाजिक क्रांतिकारी थे। उन्होंने जीवनभर छुआछूत, जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ाई में हिस्सा लिया। उन्होंने दलितों, महिलाओं और वंचितों को आत्मसम्मान और अधिकार दिलाने के लिए अनेक आंदोलन चलाए। उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।

विशिष्ट अतिथि चन्द्र प्रकाश चौधरी, अशोक सिंह ने कहा कि डॉ. अंबेडकर भारतीय संविधान के शिल्पकार हैं। उन्होंने भारत के संविधान की रचना करते समय यह सुनिश्चित किया कि देश के प्रत्येक नागरिक को  चाहे वह किसी भी जाति, धर्म, भाषा या वर्ग से हो , समानता, न्याय और स्वतंत्रता का अधिकार प्राप्त हो। उनका संविधान आज भी हमारा सबसे मजबूत लोकतांत्रिक आधार है। उनके संकल्पों को पूरा करने के लिये एकजुटता से आगे बढना होगा।
लोक जन सेवा समिति अध्यक्ष बी.पी. आनन्द, डा. बी.आर. अम्बेडकर  एजुकेशनल संचालक सुनील कुमार,   सुभाष निषाद, शिवशंकर चौधरी,  रामकुमार, रामस्वारथ चौधरी, मन बहाल सिंह, जय सिंह, राम जतन, अनिल पाण्डेय आदि ने बाबा साहेब के जीवन संघर्षो,  उपलब्धियोें पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि बाबा साहेब ने शिक्षित बनो, संघर्ष करो का जो नारा दिया उसे मिलकर पूरा करना होगा।
कार्यक्रम में सुभाष चन्द्र, सूरज कुमार, राजाराम, अनिल कुमार, छैल बिहारी, मुन्नीलाल, आशाराम, गया प्रसाद, हरिराम, राम सहाय, बाबूराम, अशोक कुमार, कृष्णा अनुरागी, रामशव्द तिवारी, राजेश तिवारी, राम बचन राव, आर.डी. निषाद के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक शामिल रहे। 

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