फतेहपुर में तिहरे हत्याकांड के दो आरोपी पुलिस मुठभेड़ में घायल होकर गिरफ्तार, स्कॉर्पियो व असलहा बरामद
“काली स्कॉर्पियो में सवार मौत के सौदागर”
रात के अंधेरे में एक काली स्कॉर्पियो गाड़ी सरपट दौड़ रही थी… सवार थे दो ऐसे चेहरे, जिनकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी थीं। ये वही थे, जिन्होंने तिहरे हत्याकांड को अंजाम देकर पूरे जिले में खौफ फैला दिया था। लेकिन उनकी किस्मत उन्हें बहुत दूर नहीं ले जा सकी…।
जनपद फतेहपुर के थाना हथगांव क्षेत्र के ग्राम अखरी से ताल्लुक रखने वाले पीयूष सिंह और सज्जन सिंह ने मिलकर एक ऐसी वारदात को अंजाम दिया था, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। मामला इतना गंभीर था कि पुलिस ने दोनों को टॉप टेन अपराधियों की सूची में डाल दिया और दोनों पर निगरानी तेज कर दी गई।
9 अप्रैल की सुबह यानी आज खागा थाने की पुलिस, औंग थाने की फोर्स और इंटेलिजेंस विंग की टीम प्रेमनगर–बुधवन मार्ग पर बदलुवापुर मोड़ के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी। सभी को बस एक ही सूचना का इंतज़ार था—"काली स्कॉर्पियो निकलने वाली है…"। और फिर, वह गाड़ी आती दिखी।
पुलिस ने इशारा किया… लेकिन गाड़ी रुकी नहीं। पीयूष और सज्जन को पता था कि अब फंस चुके हैं। उन्होंने स्कॉर्पियो मोड़ी और पीछे भागने लगे, लेकिन पुलिस पहले ही मोर्चा संभाल चुकी थी। तभी शुरू हुई फायरिंग। गोलियों की आवाज़ से पूरा इलाका गूंज उठा। जवाबी कार्रवाई में पीयूष के पैर में और सज्जन के पाँव में गोली लगी और दोनों वहीं गिर पड़े।
पुलिस ने जब गाड़ी की तलाशी ली तो उसमे से 2 तमंचा 315 बोर,3 खोखा कारतूस,1 जिंदा कारतूस,1 ब्लैक स्कॉर्पियो (UP71AS0740),2 मोबाइल,1700 रुपये नकद बरामद की है
मुठभेड़ मे घायल अवस्था में दोनों आरोपियों को सीएचसी हरदो भेजा गया। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार उनकी हालत स्थिर है, लेकिन कड़ी निगरानी में रखा गया है।
अपराध की फाइलें खोलती हैं पुरानी परतें
पीयूष सिंह पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं—147, 148, 149 जैसी गंभीर धाराओं में। वहीं सज्जन सिंह भी पीछे नहीं। दोनों की जोड़ी लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रही है।