-संभल में शाही जामा मस्जिद पहुंची जांच आयोग टीम, पीड़ितों के बयान दर्ज किए...
संभल हिंसा की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग की टीम मंगलवार सुबह कोतवाली पहुंची। यहां से डीएम, एसपी और मुरादाबाद डीआईजी के साथ हिंसा प्रभावित क्षेत्र में पहुंची। जहां पर पथराव और हिंसा की घटनाएं हुई थी, उस स्थान को देखा। पिछले साल 1 दिसंबर को गठित आयोग ने शाही जामा मस्जिद क्षेत्र सहित घटनास्थल को दोबारा दौरा किया है। टीम ने एसपी और डीएम से हिंसा के हालात को समझा। इसके बाद टीम कोट गर्वी और देहली दरवाजा पहुंची। यहां पर नाले में मिले पाकिस्तानी और अमेरिकी मार्का कारतूस के बारे में जानकारी ली। फिर टीम जामा मस्जिद पहुंची। करीब 20 मिनट तक मस्जिद के अंदर निरीक्षण किया। इसके बाद टीम पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंची है। यहां पर हिंसा पीड़ितों और अफसरों के बयान दर्ज किए। न्यायिक जांच टीम में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस डीके अरोड़ा, यूपी के पूर्व डीजीपी अरविंद कुमार जैन और रिटायर्ड प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद शामिल हैं।
आयोग के सदस्य अरविंद कुमार जैन ने बताया, "हमने यह सुनिश्चित करने के लिए यह शिविर लगाया है कि जो लोग अपनी बातें साझा करना चाहते हैं और जानकारी देना चाहते हैं, उन्हें लखनऊ की यात्रा न करनी पड़े. यह उनकी सुविधा के लिए है. हम उनकी बात सुनने के लिए 4-5 घंटे यहां रहेंगे. हमारा लक्ष्य दंगों के कारण पता लगाना है। बताते चलें कि पिछले साल 24 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान भीड़ ने हिंसा फैलाई थी. इस हिंसा में भीड़ ने गाड़ियों में आगजनी और पुलिस पर पत्थरबाजी भी की थी. इस दंगे के दौरान चार लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने संभल हिंसा की जांच के लिए तीन सदस्य न्यायिक जांच आयोग गठित किया था।