समाजवादी पार्टी के देवरिया जिलाध्यक्ष व्यास यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पार्टी के नेताओं व कार्यकताओं ने शहीद रामचंद्र विद्यार्थी संग्रहालय के प्रांगण से सरकार विरोधी नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट में धरना दिया और महामहिम राज्यपाल को संबोधित 15 सूत्रीय मांग पत्र ए.डी.एम. वित्त देवरिया को सौंपा।
धरना स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष व्यास यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर प्रशासन भूमि अधिग्रहण के नाम पर जनपद के किसानों के साथ जो अन्याय कर रहा है, उससे किसान खून के आंसूू रोने पर मजबूर है। जिन किसानों को आज खेती बारी के कार्य में अपने खेतो मंे होना चाहिए, वह आज सड़कों पर संघर्ष करने को बाध्य हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी होने का दंभ भरने वाली भाजपा शहीद रामचंद्र विद्यार्थी जी के स्मारक स्थल पर पर्यटन विभाग का भवन निर्माण कराकर रामचंद्र विद्यार्थी जी की शहादत का अपमान कर रही है। सरकार छात्राओं को संत विनोबा पीजी कॉलेज में महिला छात्रावास का आवंटन नही कर रही है।
श्री व्यास यादव ने कहा कि बाबू मोहन सिंह अस्पताल का अस्तित्व समाप्त कर जनपदवासियों से जिला अस्पताल की सुविधा से वंचित किया जा रहा है और महाल मंझरिया में पीपा पुल का निर्माण न कराकर अन्नदाताओं को सडकों पर उतरने को मजबूर कर रही है।
सलेमपुर सांसद रमाशंकर राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। आज छात्र, नौजवान, किसान, मजदूर सभी वर्ग इस शासनकाल में उत्पीड़न के शिकार है। आज पीडीए परिवार भाजपा के खिलाफ पूरी तरह से लामबंद हो चुका है और सामंती सत्ता को उखाड़ फेंकने के लिए बिगुल फूंक दिया गया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि किसानों की जमीनों को भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्राइवेट सेक्टर के हाथों में सौपना चाहती है। देश में भाजपा की सरकार ने उद्योगपतियों के हाथों में सत्ता की बागडोर सौंप दी है और सामंती लोग सत्ता में बैठकर किसानों का दमन कर रहे हैं।
धरना प्रदर्शन को मुख्य रूप से पूर्व विधायक स्वामीनाथ यादव, स्वामीनाथ भाई, जेपी जायसवाल, अजय प्रताप सिंह उर्फ “पिंटू सिंह“, मनीष सिंह प्रवक्ता, मनबोध प्रसाद, अनुग्रह नरायण सिंह उर्फ “खोखा सिंह,‘‘ विजय प्रताप यादव, रामप्रवेश यादव, परवेज आलम, अशोक कुशवाहा, गेनालाल यादव, दिलीप यादव, सीताराम यादव, गब्बूलाल विष्वकर्मा, सुदर्शन चौरसिया, प्रज्ञानन्द चौधरी, शहादत हुसैन, विवेक सिंह पटेल, रामबली यादव, रामबहादुर यादव, आफताब आलम, संतोष यादव, फकरूद्दीन खां, प्रभुनाथ यादव, सुनील यादव, वीरेन्द्र चौधरी, अवनीश यादव, संगम यादव, रंजना भारती, सुनैना कुशवाहा, सिकंदर यादव, पंकज वर्मा, अंबिका यादव, विजय गुप्ता, अली आजम शेख, देवेश गौतम, वीर बहादुर सिंह, धर्मवीर गुप्ता, नसीम लारी, प्रदीप यादव, सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से उद्भव नारायण सिंह, अवधेश चौधरी, इंद्रेश सिंह “रामू“, रमाशंकर यादव प्रमुख, राम सेवक यादव, रामकेवल यादव, सोनू यादव, हृदयशंकर यादव, शांति देवी, प्रभा भारती, ज्योति सिंह, सीमा मौर्य, पवन यादव, नागेन्द्र पासवान, भवनाथ यादव, राजेश यादव, रामविलाश प्रजापति, रामनाथ चौहान, डॉ. सी.पी.चौहान, बृजमोहन यादव मुन्ना आदि हजारों की संख्या में नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे। धरना सभा का संचालन जिला महासचिव मंजूर हसन ने किया।