वित्तविहीन शिक्षकों की सेवा सुरक्षा सुनिश्चित करे सरकार -संजय द्विवेदी
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने जिला विद्यालय निरीक्षक को ज्ञापन सौंपा
निरीक्षण को कमाई का साधन न बनाएं डीआईओएस - महेश राम
संतकबीरनगर। प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने स्वावित्तपोषित विद्यालयों के शिक्षक शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सूची जारी करने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक हरीशचंद्र नाथ को ज्ञापन सौंपा और शिक्षक समस्याओं पर वार्ता की।प्रदेश मंत्री संजय द्विवेदी नें कहा कि सरकार वित्तविहीन शिक्षकों की सेवा सुरक्षा सुनिश्चित करे। विद्यालय संचालक जब चाह रहें हैं शिक्षकों को बिना कारण बताए सेवा से निकाल दे रहे हैं। जिसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिलाध्यक्ष महेश राम ने कहा कि विद्यालयों का निरीक्षण करना जिला विद्यालय निरीक्षक का अधिकार है किंतु निरीक्षक को कमाई का साधन न बनाया गया। निरीक्षक को कमाई का साधन बनाया गया तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। पदोन्नति, चयन वेतनमान, प्रोन्नत वेतनमान व एरियर के प्रकरण को जानबूझ कर लंबित रखा जा रहा है। ठठरा विद्यालय के शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है।
जिला मंत्री गिरिजानंद यादव ने कहा कि जीपीएफ फंड का हिसाब सार्वजनिक किया जाए और बस्ती कोषागार से 69 करोड़ रूपया ब्याज का वापस लाया जाय। एनपीएस कटौती धनराशि की भी समीक्षा की जाए और दो माह की मिसिंग धनराशि को वापस लाया जाए।
जिला कोषाध्यक्ष पुनीत कुमार त्रिपाठी ने कहा कि सेवानिवृत होने वाले शिक्षकों के पेंशन जीपीएफ की पत्रावली विद्यालयों से मांग ली जाए। विवाद से बचने के लिए सभी 34 माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की वरिष्ठता सूची जारी की जाए।
इस दौरान प्रांतीय महामंत्री अनिरुद्ध त्रिपाठी, प्रांतीय उपाध्यक्ष मारकंडेय सिंह, विंध्याचल सिंह, मोहम्मद परवेज अख्तर, मोहम्मद आफताब आलम, जुनैद अहमद, ओजैर अहमद, अतीक अहमद, अफसरूद्दीन, नसीम अहमद, विजय यादव, जय हिंद, जय प्रकाश गौतम सहित अनेक लोग मौजूद रहें।