धर्मांतरण कराने के मामले में बुधवार को लखनऊ में स्थित एनआईए की विशेष अदालत ने मुजफ्फरनगर जनपद के रतनपुरी थाना क्षेत्र के गांव फुलत निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी समेत 12 लोगों को उम्र कैद की सजा और चार अन्य लोगों को 10 - 10 साल की सजा सुनाई है।
जिसको लेकर गुरुवार को मुजफ्फरनगर जनपद में हिंदू संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मानते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाकर आतिशबाजी की।
आपको बता दे की सन 2020 और 21 में मुजफ्फरनगर जनपद के रतनपुरी, चरथावल और छपार थाने में मौलाना कलीम सिद्दीकी के विरुद्ध जबरन धर्म परिवर्तन करने के मुकदमे दर्ज हुए थे। इस दौरान हिंदू संघर्ष समिति के तत्वाधान में कई हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा इन मामलों में पीड़ितो को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया गया था। जिसके चलते सभी आरोपियों को अब सजा मिलने पर हिंदू संगठनों के द्वारा जश्न मनाते हुए सरकार से यह मांग की गई है कि जिन आरोपियों को सजा मिली है उनकी संपत्ति को अवैध घोषित कर उसे पर बुलडोजर की कार्रवाई की जाए।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए हिंदू संघर्ष समिति के संयोजक नरेंद्र पवार ने बताया कि जैसे ही 2020 नवंबर में उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूज्य महाराज जी द्वारा नवंबर 2020 में धर्मांतरण पर कानून लागू किया गया, जनपद मुजफ्फरनगर के तीन थाना क्षेत्र में हमारे हिंदू समाज के भाई जिनका जबरन और पैसे के दम पर धर्मांतरण कराया गया था वह प्रकरण तुरंत हिंदू जागरण मंच के सामने आया और जनपद के हिंदू संगठन व हिंदू समाज ने उन पीड़ित भाइयों के लिए संघर्ष किया और तीनों थाना क्षेत्र में धरना प्रदर्शन होने के बाद मौलाना कलीम सिद्दीकी के नाम से मुकदमे पंजीकृत हुए, उसके बाद में अपने मीडिया बन्धुओ का धन्यवाद करूंगा जिन्होंने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए आवाज सभी ने उठाई थी और उसकी सरकार तक पहुंचाने का काम मीडिया बंधुओ ने किया उनका हार्दिक आभार है और तत्काल उसमें एटीएस द्वारा संज्ञान लिया गया और जांच में 75 करोड रुपए की विदेश से फंडिंग ट्रकी देश से फंडिंग मौलाना कलीम सिद्दीकी के खाते में आई वह प्रकाश में आया तो एटीएस ने गहनता से जांच पड़ताल की और धर्मान्तरण के इस काले खेल का बड़ा भंडाफोड़ किया गया व हिंदू कार्यकर्ताओं और संगठनों की मेहनत सफल हुई, जैसे ही कल लखनऊ में माननीय न्यायालय द्वारा उन आरोपियों को आजीवन कारावास और उम्र कैद और 10 वर्ष की सजा सुनाई गई इससे सभी हिंदू समाज में हर्ष की लहर है और खुशी का विषय है और सभी हिंदू संगठनों ने जाकर मिठाई वितरण व आतिश बाजी कर मनाई, हम आपके चैनल के माध्यम से उत्तर प्रदेश के माननीय सरकार से मांग करते हैं कि जो इन आरोपियों द्वारा विदेशों से फंडिंग कर धर्मांतरण के इस काले खेल में और अवैध रूप से जो संपत्ति अर्जित की है वही आज उन्हें दोषी करार दिया गया है तो उनकी संपत्ति भी अवैध है जो अवैध घोषित होनी चाहिए सरकार को इन्हें अपने कब्जे में लेना चाहिए और इस तरह के अवैध धर्मांतरण के कल खेल में जो इन्होंने इस प्रकार की कमाई की है उससे अर्जित इन संस्थानों पर बाबा जी महाराज का बुलडोजर चलना चाहिए उन पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो इसकी लड़ाई जनपद के हिंदू संगठन और हिंदू समाज लड़ता रहेगा।