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वन दरोगा ने आत्महत्या की दी धमकी,जानिये क्या है वजह

 डीएफ़ओ के उत्पीड़न से परेशान वन दारोगा ने दी आत्महत्या की धमकी:उप्र सहायक वन कर्मचारी संघ से पीड़ित दारोगा ने पत्र भेज मांगी मदद,डीएफ़ओ बोले प्रकरण के संबंध मे वह कोई बात नहीं करना चाहते 



 मंझनपुर रेंज के वन दारोगा ने डीएफ़ओ पर गाली गलौच व उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पीड़ित दारोगा ने कर्मचारी संग को पत्र भेज कर अफसर द्वारा उत्पीड़न करने की बात कही है। पीड़ित ने उत्पीड़न से तंग आकार आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम उठाने की बात कह रहा है। प्रकरण मे डीएफ़ओ से बात करने की कोशिस की गई तो उन्होने अपना पक्ष रखने से साफ इंकार कर दिया है। 


दरअसल, 20 जुलाई को वन प्रभाग क्षेत्र कौशांबी का मंझनपुर स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम मे वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा किया जाना था। जिसमे वन प्रभाग के अधिकारी कर्मचारियो के ड्यूटी बड़े पैमाने पर डीएफ़ओ राम सिंह यादव ने लगाई थी। स्टेडियम मे कार्यक्रम के दौरान वृक्षारोपण के दौरान डिप्टी सीएम केशव मौर्य सहित अधिकारी व नेताओ सहित 27 लाख पौध रोपण किया जाना था। जिसमे डीएफ़ओ ने 2000 पौध को भगवा कपड़े मे लपेट कर डिप्टी सीएम सहित नेताओ एवं अधिकारियों के सामने लाने का निर्देश वन दारोगा सुलवन्त प्रसाद मिश्रा के ज़िम्मेदारी पर सौपा गया था। 


वन दारोगा सुलवन्त मिश्रा ने बताया, वह अपने ड्यूटी स्थल पर पौध को भगवा पकड़े मे लपेट कर देने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच डीएफ़ओ राम सिंह यादव मौके पर पहुचे। उन्होने पौध वितरण के बारे मे जानकारी ली। जिसमे मौके पर 1500 पौध भगवा कपड़े मे लपेट कर तैयार हालत मे रखी गई थी। 500 पौध के लिए कपड़ा कम पड़ने के चलते एक व्यक्ति को कपड़ा लेने के लिए भेजा गया था। जिसकी जानकारी डीएफ़ओ को दी गई, लेकिन उन्होने उनको लापरवाह बताते हुए गाली गलौच शुरू कर दिया। जिस घटना से पीड़ित दारोगा कर्मचारियो के बीच खुद को अपमानित महसूस करते हुए खड़ा रहा। अफसर के जाने पर वह मौके से लज्जित होकर अपने घर चला गया। 


पीड़ित दारोगा सुलवन्त मिश्रा  ने घटना के संबंध मे अपने विभागीय अधिकारियों को प्रार्थना पत्र के जरिये जानकारी दी। हैरानी की बात यह रही कि पीड़ित दारोगा की शिकायत के बाद भी विभाग के बड़े अधिकारियों ने घटना के संबंध मे न तो डीएफ़ओ से कोई सवाल जवाब किया और न ही पीड़ित दारोगा के प्रकरण मे जांच शुरू की। 

अफसरशाही से आहात वन दारोगा सुलवन्त मिश्रा ने वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रदेश सरकार को पत्र भेज कर अपनी व्यथा बताई है। पीड़ित ने शिकायत पत्र मे खुद को आहात व लज्जित बता कर आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम उठाने की धमकी दी है। पीड़ित दारोगा के समर्थन मे उप्र सहायक वन कर्मचारी संघ के महामंत्री ने पत्र लिख कर प्रधान मुख्य वन रक्षक लखनऊ से मामले प्रभारी वन अधिकारी राम सिंह यादव पर कड़ी कार्यवाही करने का आग्रह किया है। महामंत्री अमित कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक, यदि स्वेछाचारी अफसर पर कड़ी कार्यवाही नहीं की गई तो फील्ड कर्मियों का मनोबल खत्म हो जाएगा। वह पूरी निष्ठा से राजकीय कार्य मे दायित्व का निर्वहन नहीं कर सकेगे। 

डीएफ़ओ राम सिंह यादव के मुताबिक, उनको व दारोगा सुलवन्त मिश्रा के प्रकरण मे किसी व्यक्ति से कोई बात नहीं करना चाहते है। इस संबंध को जो बात करनी हो बड़े अधिकारी से सवाल करे।

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